(अपडेट) युवाओं की आशा, आकांक्षा और राष्‍ट्र निर्माण में योगदान का माध्‍यम है माय-भारत : डॉ. मांडविया

छत्‍तीसगढ़ के प्रतिभावान और उत्‍कृष्‍ट खिलाडि़यों को सम्‍मानित करते केंद्रीय  मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया

-जनजातीय संस्‍कृति का गौरवगान ही सनातन संस्‍कृति का गौरवगान है : मुख्‍यमंत्री साय

जशपुर, 13 नवंबर (हि.स.)। युवाओं के आशा, आकांक्षा और राष्‍ट्र निर्माण में योगदान का माध्‍यम है माय-भारत प्‍लेटफार्म । यह बात केंद्रीय युवा कार्यक्रम, खेल, श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने बुधवार काे छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला में आयोजित ‘माटी के वीर पदयात्रा’ कार्यक्रम में कही।

केन्‍द्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने कहा कि 15 नवम्‍बर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्‍म जयंती के उपलक्ष्‍य में 150 महाविद्यालयों के माय-भारत वालंटियर्स द्वारा यह पदयात्रा कार्यक्रम आयोजित किया गया है। यह कार्यक्रम पूरी तरह से युवाओं द्वारा आयोजित किया गया है। उन्‍होंने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की प्रेरणा से युवाओं को राष्‍ट्र निर्माण में जोड़ने के उद्देश्‍य से माय-भारत प्‍लेटफार्म की शुरूआत की गयी थी। उन्हाेंने बताया कि अब तक इस प्‍लेटफार्म पर लगभग 1.5 करोड़ युवाओं द्वारा रजिस्‍ट्रेशन कराया गया है।

डॉ. मांडविया ने कहा कि माय-भारत युवाओं सिंगल विंडो सिस्‍टम बनेगा, जहां युवा अपने आंकाक्षाओं को पूरा करने के लिए इस प्‍लेटफार्म के माध्‍यम विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान दे सकेंगे। उन्‍होंने कहा कि युवाओं को जिस भी फील्‍ड में रुच‍ि हो उसमें सर्वश्रेष्‍ठ करना है, चाहे वह खेल हो या कला-संस्‍कृति। युवाओं को देश के लिए जीना है, देश के निर्माण में भागीदार बनना है। विकसित भारत के सपने को साकार करने में अपना सहयोग करना है।

केन्‍द्रीय मंत्री ने कोविड महामारी के दौरान युवाओं के योगदान को स्‍मरण करते हुए बताया कि युवाओं ने अपने जीवन की चिंता किए बिना जरूरतमंदों को भोजन, दवाई, मास्‍क पहुंचाया और वैक्सिनेशन में अविस्‍मरणीय योगदान दिया है। सेवा करना ही हमारा संस्‍कार है, राष्‍ट्र के प्रति अपना कर्तव्‍य का निर्वहन करना है। उन्हाेंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि सरकार ने इस वर्ष 70 वर्ष से अधिक आयु के व्‍यक्तियों के लिए आयुष्‍मान योजना की शुरूआत की गयी है। वे आयुष्‍मान लाभार्थियों के पंजीयन के लिए विशेष कैंप आयोजित कर सकते हैं, वृद्ध पेंशनधारियों के पेंशन के भुगतान में सहयोग कर सकते हैं।

केन्‍द्रीय मंत्री ने छत्‍तीसगढ़ सरकार के विकास कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि महतारी वंदन से महिलाओं का शक्तिकरण हो रहा है, यहां गरीबों के लिए काम हो रहा है । विकसित छत्‍तीसगढ़ से विकसित भारत की कल्‍पना साकार हो रही है। उन्हाेंने जशपुर में खेल सुविधाओं के विस्‍तार के लिए एक सर्व सुविधा युक्‍त स्‍टेडियम निर्माण की घोषणा की। उन्‍होंने कहा कि जब भारत में ओलपिंक खेल का अयोजन करेंगे और उसमें छत्‍तीसगढ़ का कोई खिलाड़ी खेलेगा तो हम गर्व का अनुभव करेंगे। उन्‍होंने छत्‍तीसगढ़ के खिलाडि़यों को उज्‍ज्वल भविष्‍य के लिए शुभकामनाएं दीं।

कार्यक्रम की अध्‍यक्षता कर रहे छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री विष्‍णु देव साय ने कहा कि जनजातीय संस्‍कृति का गौरवगान ही सनातन संस्‍कृति का गौरवगान है। जनजातीय संस्‍कृति, सनातन संस्‍कृति का मूल उदगम है। जब-जब संस्‍कृति पर हमला हुआ है जनजातीयों ने प्रतिकार किया है। यह सदैव शांति और सदभाव की संस्‍कृति रही है। उन्‍होंने कहा कि आजादी के संघर्ष में जनजातीयों का योगदान अतुलनीय है। भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीरनारायण सिंह, वीर गुंडाधुर जनजातीय संघर्ष के प्रतीक हैं। उन्‍होंने बताया कि एक समय था, जब जनजातीय समाज, विकसित समाज था लेकिन गुलामी के कालखण्‍ड में यह पिछड़ गया, अत्‍याचार और शोषण का शिकार हो गया। अब यह समाज, पुन: अपने गौरव की प्राप्ति की ओर अग्रसर है।

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि यह जशपुर का यह सौभाग्‍य है कि भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्‍म-जयंती के अवसर पर ‘माटी के वीर पदयात्रा’ का यहां पर शुभारम्‍भ हो रहा है, जिसमें 10 हजार से अधिक वालंटियर्स भाग ले रहे हैं । उन्‍होंने जनजातीय दिवस आयोजन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया।

मुख्‍यमंत्री साय ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने पिछले 11 महीने के अल्‍पअवधि में शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और जनजातीयों के कल्‍याण के लिए अनेक कार्य किए हैं। सरकार द्वारा छत्‍तीसगढ़ के इतिहास, विरासत और संस्‍कृति को ध्‍यान में रखकर विकास के लिए रणनीति बनायी गयी है। उन्‍होंने बताया कि राज्‍य में एयरपोर्ट, सड़क और रेल मार्गों के विकास के अनेक कार्य प्रारम्‍भ हुए हैं। नक्‍सलवाद समाप्ति की ओर है और यह सब डबल इंजन की सरकार की वजह से ही संभव हुआ है। सरकार की समस्‍त योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर जरूरतमंद तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

इसके पूर्व कार्यकम को विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा महिला क्रिकेटर आकांक्षा रानी और टायक्‍वांडो खिलाड़ी और पर्वातारोही नयना धाकड़ और मुंडा समुदाय के अध्‍यक्ष, शंकरराम ने सम्बोधित किया। इस मौके पर केन्‍द्रीय मंत्री और अन्‍य अतिथियों द्वारा छत्‍तीसगढ़ के प्रतिभावान और उत्‍कृष्‍ट खिलाडि़यों को सम्‍मानित किया गया।

भगवान बिरसा मुंडा ’’माटी के वीर पदयात्रा’’ कार्यक्रम पुरना नगर मैदान से शुरू हुई, जो विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए रणजीता स्टेडियम में समाप्‍त हुई। भारत माता, छत्तीसगढ़ महतारी और भगवान बिरसा मुंडा की वेशभूषा धारण किए युवा पदयात्री कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव, वित्त, आवास एवं पर्यावरण, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी तथा जिले के प्रभारी मंत्री ओ.पी. चौधरी, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग, कृषि विकास एवं कृषि कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिक विभाग मंत्री रामविचार नेताम, खेल एवं युवा कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद राधेश्याम राठिया, सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं विधायक गोमती साय, विधायक रायमुनी भगत, विधायक रामकुमार टोप्पो, विधायक सुशांत शुक्ला, राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रियम्वदा सिंह जूदेव उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / गेवेन्द्र प्रसाद पटेल

   

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