आईआईटी मंडी के विद्यार्थियों का अंतरराष्ट्रीय भौतिकी प्रतियोगिता के लिए चयन, बार्सिलोना में करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व

मंडी, 14 अप्रैल (हि.स.)। आईआईटी मंडी के लिए यह गर्व का क्षण है जब इसके भौतिकी अध्ययनशाला (स्कूल ऑफ फिज़िकल साइंसेज़) के चार विद्यार्थियों का चयन प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय भौतिकी प्रतियोगिता प्लांक्स-2025 के लिए हुआ है। यह प्रतियोगिता 1 से 5 मई, 2025 तक स्पेन के बार्सिलोना नगर में आयोजित की जाएगी, जिसकी मेज़बानी स्वायत्त बार्सिलोना विश्वविद्यालय (ऑटोनोमस यूनिवर्सिटी ऑफ बार्सिलोना) द्वारा की जा रही है।

एमएससी भौतिकी 2023 के छात्र अनीत कौर, भावना, कुमार आशीष और भानु प्रताप सिंह को इस गौरवपूर्ण अवसर के लिए चुना गया है। ये विद्यार्थी अब न केवल आईआईटी मंडी बल्कि भारतवर्ष का भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करेंगे।

इस चयन प्रक्रिया में देशभर की 41 टीमों ने भाग लिया, जिनमें भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों की टीमें सम्मिलित थीं। कठिन प्रतिस्पर्धा के बाद पूरे भारत से केवल तीन टीमों का चयन हुआ, जिनमें आईआईटी मंडी एकमात्र आईआईटी संस्थान है जिसे यह सम्मान प्राप्त हुआ। इस उपलब्धि से पूर्व इन विद्यार्थियों ने भारतीय युवा भौतिकी प्रतियोगिता (आईवाईपीएल 2025) में द्वितीय स्थान प्राप्त किया था।

प्लांक्स प्रतियोगिता विश्वभर के प्रतिभाशाली स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को एक मंच पर लाकर भौतिकी की जटिल समस्याओं पर आधारित प्रतिस्पर्धा कराती है। यह आयोजन शैक्षणिक ज्ञान, वैश्विक संवाद और सांस्कृतिक विनिमय को बढ़ावा देने वाला अनूठा मंच है, जिसमें इस वर्ष 25 से अधिक देशों की टीमें भाग लेंगी।

आईआईटी मंडी की भौतिकी अध्ययनशाला की अध्यक्ष डॉ. बिंदु राधामणी ने इस उपलब्धि को संस्थान के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों को वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करती हैं और उनके अनुभव को समृद्ध करती हैं। उन्होंने बताया कि कठिन चुनौतियों के बावजूद आईआईटी मंडी की टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और शीर्ष चयनित टीमों में शामिल रही।

विद्यार्थियों ने भी इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आईआईटी मंडी का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए एक स्वप्न के सच होने जैसा है। यह उन्हें अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने तथा संस्थान को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का अमूल्य अवसर प्रदान करेगा।

आईआईटी मंडी अब तक 120 करोड़ रुपये से अधिक के 275 से अधिक अनुसंधान परियोजनाओं में कार्य कर चुका है और देश-विदेश के कई विश्वविद्यालयों व संस्थानों के साथ समझौते भी कर चुका है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

   

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