हिसार : फूड टेक्नोलॉजी विभाग ने स्थानीय युवाओं के कौशल विकास व रोजगार सृजन की दिशा में की महत्वपूर्ण पहल
- Admin Admin
- Feb 17, 2025

गुजविप्रौवि के फूड टेक्नोलॉजी विभाग की ओर से
एक्सट्रूडर मशीन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरु
हिसार, 17 फरवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान
एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के फूड टेक्नोलॉजी विभाग ने स्थानीय युवाओं के कौशल
विकास और रोजगार सृजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। आगामी शैक्षिक सत्र से
विभाग एक्सट्रूडर मशीन पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है, जिसमें प्रतिभागियों
को ब्रेकफास्ट सीरियल्स और पफ्ड प्रोडक्ट्स बनाने की तकनीक सिखाई जाएगी।
इस अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम के मार्गदर्शक और
प्रेरणास्रोत, सैंटर फॉर स्किल डवेल्पमेंट कोर्सिज के निदेशक प्रो. मनीष कुमार ने सोमवार
को बताया कि यह पहल न केवल युवाओं को तकनीकी कौशल प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें अपने
स्वयं के व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य
युवाओं को केवल प्रशिक्षण देना नहीं है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वे
अपने क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकें और स्वस्थ खाद्य विकल्पों को बढ़ावा
दे सकें।
प्रो. मनीष कुमार ने आगे बताया कि यह कार्यक्रम
विशेष रूप से हिसार क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं के लिए तैयार किया गया है, जिससे वे
भोजन प्रसंस्करण उद्योग में रोजगार या स्वरोजगार की दिशा में आवश्यक कौशल प्राप्त कर
सकें। उन्होंने कहा कि हम इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त
करना चाहते हैं, ताकि वे न केवल खुद के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बना सकें, बल्कि समाज
के लिए भी एक सकारात्मक योगदान दे सकें।
फूड टेक्नोलॉजी विभाग की अध्यक्षा प्रो. आराधिता
बी. रे ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण न केवल विद्यार्थियों
और युवाओं के लिए व्यावसायिक अवसर खोलेगा, बल्कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में नवीनता
और गुणवत्ता का नया मानदंड स्थापित करेगा।
बच्चों और वयस्कों में बेहद लोकप्रिय ब्रेकफास्ट
सीरियल्स और पफ्ड स्नैक्स अक्सर अस्वास्थ्यकर माने जाते हैं। इसी समस्या को ध्यान में
रखते हुए फूड टेक्नोलॉजी विभाग ने एक्सट्रूडर मशीन का उपयोग कर हेल्दी स्नैक्स और सीरियल्स
की रेसिपी विकसित की है, जिसका अनुकूलन विभाग के पीएचडी शोधार्थी शोभित ने किया है।
इन उत्पादों को पोषण से भरपूर और स्वादिष्ट बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है।
यह पहल न केवल स्वास्थ्यवर्धक खाद्य विकल्पों
को बढ़ावा देती है, बल्कि हिसार के युवाओं को खाद्य उद्योग में सफलता प्राप्त करने के
लिए आवश्यक कौशल प्रदान करती है। प्रो. मनीष कुमार के नेतृत्व और प्रो. आराधिता बी.
रे के सशक्त मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम निश्चित रूप से क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक
विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर