भारत अवैध प्रवासन के पूरी तरफ खिलाफः विदेश मंत्रालय

नई दिल्ली, 24 जनवरी (हि.स.)। भारत का कहना है कि देश अवैध प्रवासन के पूरी तरह से खिलाफ है। इसका एक कारण यह भी है कि इससे कई तरह के संगठित अपराध जुड़े हुए हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत अवैध प्रवासन की पूरी तरह से खिलाफ है। भारतीय दुनिया में कहीं भी अगर समयावधि से अधिक रह रहे हैं या उनके पास पूरे दस्तावेज नहीं है तो भारत उन्हें वापस लेने के लिए तैयार है। शर्त है कि उनके भारतीय नागरिक होने से जुड़े दस्तावेज हमें मुहैया कराए जाएं।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में ट्रम्प प्रशासन के आने के बाद अमेरिका में अवैध प्रवासन को लेकर सख्ती की जारही है। इसके अलावा दिल्ली चुनाव के दौरान भी बांग्लादेश से भारत में हो रहे अवैध प्रवासन से जुड़ा मुद्दा राजनीतिक रंग लिए हुए है। बांग्लादेश की सीमा से लगते हिस्सों में बॉर्डर फेंसिंग किए जाने के प्रश्न के उत्तर में जायसवाल ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच में कई समझौते हुए हैं। सीमा क्षेत्र में फेंसिंग करने का भारत का उद्देश्य सीमा पार से चल रही अवैध गतिविधियों को रोकना है। भारत उम्मीद करता है कि बांग्लादेश सीमा को अपराध मुक्त करने में भारत के साथ वह सकारात्मक तौर पर सहयोग करेगा।

पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच बढ़ती निकटता के प्रश्न पर जायसवाल ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि तीसरे देश के साथ किसी देश के संबंध से भारत का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत पड़ोसी होने के नाते बांग्लादेश से एक मित्रतापूर्ण संबंध चाहता है।

वहीं पाकिस्तान से जुड़े प्रश्न का उत्तर देते हुए जायसवाल ने कहा कि दुनिया जानती है कि आतंकवाद को दुनियाभर में प्रमोट कौन कर रहा है। भारत पर आरोप लगाना कि हम इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं, पूरी तरह से अर्थहीन है। हर कोई जानता है कि कुछ लोग और कुछ देश सीमा पार आतंक के लिए जिम्मेदार हैं। भारत पाकिस्तान से आग्रह करता है कि वह सीमा पर आतंक को रोकने के लिए करोड़ कदम उठाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा

   

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