
Maharashtra, 10 मई (हि.स.)। भारी बारिश के दौरान वर्ली से हाजी अली तक बाढ़ की स्थिति निर्माण न हो इसलिए इन दोनों क्षेत्रों के बीच स्थित लवग्रोव उदंचन केंद्र (एलजीपी) के नाले में लगे पुराने गेट को तुरंत हटाने का निर्देश दिया गया है। यह आदेश शनिवार को अतिरिक्त मनपा आयुक्त (शहर) अश्विनी जोशी ने संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ ही उन्होंने दादर-धारावी नाले में तैरते कचरे को प्रतिदिन हटाने और उसके उचित निपटान का भी आदेश दिया है।
मानसून पूर्व उपायों के तहत मुंबई महानगरपालिका के जोन-2 की सीमा के भीतर विभिन्न नालों की सफाई का कार्य किया जा रहा है। अतिरिक्त मनपा आयुक्त जोशी ने शनिवार को दौरा कर कार्यों का निरीक्षण किया और संबंधितों को विभिन्न निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नदियों और नालों से कचरा हटाने के काम किया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अत्याधुनिक तकनीक प्रशासन को सफाई कार्यों की वास्तविक स्थिति को समझने में मदद कर रही है।
उन्होंने कहा कि कार्यों की समीक्षा कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर आधारित सॉफ्टवेयर की सहायता से की जा रही है। इन कार्यों में कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सभी नालों की सफाई का कार्य मानसून से पहले निर्धारित अवधि में पूरा कर लिया जाए। वर्ली और हाजी अली क्षेत्रों के बीच लवग्रोव उदंचन केद्र (एलजीपी) के नाले में एक पुराना गेट है, जिसे तुरंत हटाया जाना चाहिए। दादर-धारावी नाले में तैरता कचरा प्रवाह में बाधा उत्पन्न कर सकता है। इसलिए तैरते कचरे को प्रतिदिन हटाया जाए और उसका उचित तरीके से निपटान किया जाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार