राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा शुरू, जयराम ठाकुर ने घेरी प्रदेश सरकार

शिमला, 11 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियों के नाम पर कुछ नहीं है। केवल पुराने बिंदुओं को दोहराकर इसे लंबा खींचा गया है।

उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर प्रदेश आर्थिक संकट से गुजर रहा है। गारंटियों को पूरा करने के नाम पर सरकार जनता को गुमराह कर रही है। ओपीएस बहाली के मामले पर जयराम ठाकुर ने कहा कि 2003 में वीरभद्र सरकार ने ही इसे बंद किया था और अब सरकार इसे अपनी उपलब्धि बता रही है। उन्होंने कहा कि एनपीएस के तहत जमा राशि कर्मचारियों की है, जिसे सरकार अपना बताकर जनता को भ्रमित कर रही है।

महिलाओं को सम्मान निधि देने के वादे पर भी विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उपचुनाव के दौरान 30 हजार महिलाओं को 1500-1500 रुपये की एक किस्त दी गई लेकिन उसके बाद यह योजना ठप हो गई।

उन्होंने सरकार पर विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के विधायकों के क्षेत्रों की विधायक प्राथमिकता की डीपीआर तक नहीं बनाई गई। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि आईजीएमसी में इंजेक्शन की कमी के कारण कैंसर मरीज की मौत हो गई, जो सरकार की लचर व्यवस्था को दर्शाता है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा का बहाना बनाकर सरकार अपनी नाकामी छुपा रही है। भाजपा कार्यकाल के दौरान भी कोविड के दो साल कठिन थे लेकिन तब कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को समय पर वेतन और पेंशन का भुगतान हुआ। आज स्थिति यह है कि पेंशनभोगी सड़कों पर हैं और कई विभागों के कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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