स्वाति मालीवाल के जनकपुरी में पंखा रोड पर कुड़े का मुद्दा उठाने के बाद, घंटों में सड़कों से कूड़ा साफ
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- Oct 30, 2024
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली के जनकपुरी क्षेत्र का औचक निरीक्षण करने के बाद राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने वहाँ की गंदगी, अव्यवस्थित कूड़े और जनता की समस्याओं पर गुस्सा जताया । उन्होंने बताया कि गंदगी इतनी ज्यादा है जिससे नागरिकों के लिए सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है। इतना ही नहीं, कूड़े के कारण सड़कें संकरी हो गई हैं और इससे लंबे ट्रैफिक जाम लग रहे हैं। लाखों लोग इस गंदगी में जीने को मजबूर हैं, और स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि प्रशासनिक लापरवाही से कैसे साल भर से कूड़ा मैन रोड पे पड़ा हुआ है । उन्होंने बताया की वो प्रशासन से कई बार मदद मांग चुके है, पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
निरीक्षण के बाद, सांसद स्वाति मालीवाल ने एक ट्वीट के माध्यम से दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय और दिल्ली सरकार को इस पर तुरंत संज्ञान लेने और आवश्यक कार्रवाई करने को कहा । उन्होंने कहा “ख़ुद को राजा समझते हो, अपनी तुलना श्रीकृष्ण से करते हो, आपके राज में गौमाता किस हाल में सड़कों पर कूड़ा खा रही है, कभी अपने महल से बाहर निकलकर झाँको। दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ये कूड़ा साफ़ करवाएं वरना इससे ज़्यादा कूड़ा आपके घर के सामने फेंकने आएँगे।”
राज्यसभा सांसद के इस ट्वीट के बाद दिल्ली नगर निगम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में जेसीबी लगा के सफाई शुरू कर दी ।
इस पर स्वाति मालीवाल ने कहा की, “मेरे दौरे के बाद घंटों के अंदर सोयी हुई एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय नींद से जागी और इलाक़े की साफ़ सफ़ाई शुरू हो गई। महीनों से जनता नर्क में जी रही थी, आज एक दिन में काम हो गया। कहते हैं ना बहरों को सुनाने के लिए धमाके की ज़रूरत होती है। उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली साफ़ करो चलो, बहुत हो गई नौटंकी। नहीं करोगे तो ये सारा कूड़ा तुम्हारे घर के बाहर डालने ख़ुद आऊँगी ।
स्वाति मालीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता को स्वच्छ और सुरक्षित माहौल देना दिल्ली सरकार और नगर निगम की प्राथमिक जिम्मेदारी है, और किसी भी प्रकार की लापरवाही अस्वीकार्य है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नगर निगम ने दिल्ली के बाकी इलाकों में सफाई अभियान नहीं चलाया, तो वे स्वयं कूड़ा मेयर और मुख्यमंत्री निवास के सामने डालने से भी पीछे नहीं हटेंगी। राज्यसभा सदस्य ने साथ ही यह भी कहा कि जनता की आवाज़ को अनसुना करने का समय अब समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि जनता को मूलभूत सुविधाएँ प्रदान करना सरकार और निगम की जिम्मेदारी है, और इसे पूरा करने में विफलता जनता के प्रति विश्वासघात के समान है।
हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी