जयप्रकाश नारायण जयंती समारोह का आयोजन

भागलपुर, 11 अक्टूबर (हि.स.)। गांधी शांति प्रतिष्ठान केंद्र भागलपुर, संपूर्ण क्रांति आंदोलनकारी मंच और लोकनायक जय प्रकाश नारायण स्मारक समिति के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को जे पी स्मारक स्थल सदर अस्पताल में जे पी जयंती समारोह का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर सर्व धर्म प्रार्थना पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता अरविंद कुमार रामा, संचालन संजय कुमार और धन्यवाद ज्ञापन वासुदेव भाई द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर मनोज कुमार पूर्व कुलपति गांधी हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा और डॉ मनोज मीता, दिशा ग्रामीण विकास मंच बैजानी के द्वारा जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि आज हम देश के महान स्वतंत्रता सेनानी को याद कर रहे हैं। जिन्होंने दो-दो आंदोलन का सफलतापूर्वक संचालन किया और निष्कर्ष के बिंदु तक लाने में सफलता हासिल की।

आज जयप्रकाश नारायण को अत्यधिक प्रमुखता से याद करने की आवश्यकता है। क्योंकि जे पी ने न केवल आजादी की लड़ाई लड़ी अपितु आजादी के मात्र 28 वर्षों बाद ही 1974 में जब लोकतंत्र खतरे में पड़ा, महंगाई और बेरोजगारी तथा भ्रष्टाचार चरम पर चला गया तो उन्होंने सर्वोदय और गांधी परंपरा की परवाह किए बगैर देश की दूसरी लड़ाई का नेतृत्व किया इस लड़ाई से सत्ता परिवर्तन तो हुआ। लेकिन व्यवस्था परिवर्तन आज तक अधूरा है। व्यवस्था परिवर्तन किसी खास समय सीमा में नहीं की जा सकती है। इसलिए जेपी का संपूर्ण क्रांति का उद्घोष आज भी जीवंत है। इसलिए हम इनको याद करते हुए संपूर्ण क्रांति के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रयत्नशील रहें।

डॉ मनोज कुमार ने कहा कि 1974 के आंदोलन का आने वाला वर्ष 50वां वर्ष होगा और आज फिर से मूल्यांकन करने की आवश्यकता आ गई है। क्योंकि जेपी के आंदोलन से उपजे लोग ही आज देश और राज्य में सत्ता पर स्थापित है। बावजूद देश में मूल्य विहिन राजनीति चल रहा है। महंगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर है। डॉ मनोज मीता ने कहा कि जेपी को हम कमतर नहीं आंकें, क्योंकि देश को गुलामी से मुक्त करने के लिए जिस तरह से हजारीबाग जेल के दीवार को फांद कर भूमिगत होकर आंदोलन को संचालित किया और स्वतंत्र भारत में समाज परिवर्तन के लिए जो उनका योगदान है वह भुलाया नहीं जा सकता।

इस अवसर पर मोहम्मद तकी अहमद जावेद डॉक्टर उमेश प्रसाद नीरज, मोहम्मद जीमी हमीदी, मोहम्मद महबूब ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर पर डॉक्टर फारूक अली पूर्व कुलपति जेपी विश्वविद्यालय छपरा के द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोगों में मिंटू कलाकार, सुरेश भारती नारायण शाह, मोहम्मद शाहजहां, अरविंद कुमार रामा, वासुदेव भाई, संजय कुमार, तकी अहमद जावेद, रूपा रानी, सहित बड़ी संख्या में 1974 संपूर्ण क्रांति के आंदोलनकारी सदस्य उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर

   

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