कालीगंज उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने घोषित किया उम्मीदवार, वाममोर्चा के साथ तालमेल पर सस्पेंस बरकरार
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- May 31, 2025

कोलकाता, 31 मई (हि.स.) ।
कालीगंज विधानसभा उपचुनाव में वामदलों के साथ गठबंधन को लेकर जारी अटकलों पर विराम लगाते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने नदिया ज़िले की इस सीट से काबिलुद्दीन अहमद को उम्मीदवार बनाया है। शुक्रवार रात हुई इस घोषणा के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस वाममोर्चा के साथ सीट साझा नहीं करेगी, हालांकि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस को हराने के लिए गठबंधन की ज़रूरत को पार्टी ने स्वीकार किया है।
दो दिन पहले ही माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने कालीगंज उपचुनाव में अपनी पार्टी का उम्मीदवार उतारने की घोषणा करते हुए कांग्रेस से समर्थन की उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा था, हमने पंचायत और लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है। 2016 में कांग्रेस ने यहां से जीत हासिल की थी, लेकिन उनके विधायक बाद में तृणमूल में शामिल हो गए थे। अगर हम मिलकर लड़ें तो भाजपा और तृणमूल दोनों को हराया जा सकता है।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कालीगंज उनकी पारंपरिक सीट रही है और इसी आधार पर पार्टी ने यहां से अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। 2016 में कांग्रेस ने वाममोर्चा के साथ गठबंधन कर यह सीट जीती थी। इससे पहले वाम मोर्चा की घटक आरएसपी इस सीट पर चार बार जीत दर्ज कर चुका है।
माकपा की मंशा के विपरीत कांग्रेस ने अपने पत्ते खोल दिए हैं, जबकि आरएसपी ने माकपा को समर्थन देने की बात कही है। आरएसपी का कहना है कि अगर माकपा उम्मीदवार उतारती है, तो वह उसका समर्थन करेगी।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने अपने दिवंगत विधायक नासिरुद्दीन अहमद की बेटी अलिफा अहमद को उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया है। 38 वर्षीय अलिफा एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी में कार्यरत बीटेक स्नातक हैं। नासिरुद्दीन 2011 में तृणमूल के टिकट पर कालीगंज से जीते थे, 2016 में हार गए थे, लेकिन 2021 में फिर से इस सीट पर वापसी की थी। उनके निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, कालीगंज कांग्रेस की पारंपरिक सीट है, इसलिए हमारा दावा स्वाभाविक है। अब माकपा को तय करना है कि वह आगे क्या रुख अपनाती है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर