दीवाली और काली पूजा की तैयारी जोरों पर

-पंडाल निर्माण का कार्य अंतिम चरण में

गुवाहाटी, 29 अक्टूबर (हि.स.)। असम की राजधानी गुवाहाटी में दीवाली एवं काली पूजा की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। पंडाल निर्माण सहित सभी तैयारी में पूजा कमेटी के लोग जुड़े हुए हैं। काली पूजा को लेकर प्रतिमा को अंतिम रूप देने में मूर्तिकार जुटे हुए हैं।

हिंदू धर्म में देवी काली को बहुत पूजनीय माना जाता है। काली पूजा में मां काली की पूजा की जाती है। इस दिन काली पूजा को श्यामा और महानिशी पूजा के नाम से भी जाना जाता है। यह पूजा कार्तिक महीने में अमावस्या की रात को की जाती है।

इस बार काली पूजा 31 अक्टूबर दिवाली की रात को होगी। जबकि बहु संख्यक लोग दिवाली पर देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं।

असम की राजधानी गुवाहाटी के बहुत स्थानों पर काली पूजा का आयोजन किया गया है। राजधानी के पांडू इलाके में स्थानीय पूजा समितियां काली पूजा मनाने में व्यस्त हैं। प्रमुख पूजा समितियों ने अपने-अपने पंडाल बनाने और मूर्तियों को सजाने के लिए बजट तय कर काली पूजा का आयोजन किया।

पांडू कॉलोनी नंबर 4 में काली पूजा दक्षिणेश्वर मंदिर की तर्ज पर पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। क्लब के अध्यक्ष जॉन सैकिया, रिकी मल्लिक और महासचिव आशीष धर, उप्पल मजूमदार ने बताया कि उनका बजट 10 लाख रुपये है। स्थानीय कुम्हार गौरांग पाल 15 फीट की श्यामा की मूर्ति बना रहे हैं। प्रख्यात कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।

पांडू न्यू कॉलोनी लाल माटी विवर्ण वाणी बंधन पूजा समिति की काली पूजा इस वर्ष 27वें वर्ष में प्रवेश कर गयी है। अध्यक्ष कमल सरकार, महासचिव राजेश पाल और कोषाध्यक्ष कार्तिक कर ने कहा कि इस साल स्थानीय कुम्हार सुकुमार पाल द्वारा बनाई गई साढ़े सात फीट ऊंची श्यामा की मूर्ति तैयार की जा रही है।

अर्बन यंग एसोसिएशन की श्यामा पूजा ने चायना मंदिर की तर्ज पर पंडाल बनाया है। अध्यक्ष दिलीप पाल, महासचिव चंदन डे और निदेशक टिंकू बरुवा ने बताया कि बजट साढ़े छह लाख रुपये है। यहां पर 9 फुट ऊंची काली माता की मूर्ति बनायी गयी है। यहां प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। प्रोग्रेसिव एसोसिएशन की पूजा अब 37वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य और महासचिव प्रदीप नाथ ने कहा कि मूर्तिकार विक्रम पाल द्वारा 9 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण किया गया है। 31 अक्टूबर को स्थानीय पार्षद अजय चक्रवर्ती प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

दूसरी ओर, रेस्ट कैंप पोस्ट ऑफिस क्षेत्र के सेवक संघ क्लब ने अपने 67वें वर्ष में प्रवेश किया। ग्रामीण परिवेश में बांस के पंखे से पंडाल सजाये जा रहे हैं। अध्यक्ष राणा डे व महासचिव विप्लव चौधरी ने बताया कि कुम्हार विक्रम पाल द्वारा बनायी गयी 13 फीट की ऊंची प्रतिमा का अनावरण 31 अक्टूबर को किया जाएगा। इस प्रकार पांडू की पूजा समितियां अपनी विविध सजावट, मूर्तियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके पूजा समारोह को और अधिक आकर्षक बनाने पर जुटी हुई हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / देबजानी पतिकर

   

सम्बंधित खबर