शोध कार्यों में सतत विकास लक्ष्योंको शामिल करें शोद्यार्थी : प्रो. सुमन
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- Jan 03, 2025
धर्मशाला, 3 जनवरी (हि.स.)।
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित की जा रही दस दिवसीय अनुसंधान कार्यशाला का आयोजन सप्त सिंधु परिसर देहरा में किया जा रहा है जिसका शुभारंभ शुक्रवार को कुलसचिव प्रो. सुमन शर्मा ने किया। बतौर मुख्य अतिथि प्रो. सुमन शर्मा ने कहा कि हमारा शोध कार्य समाज कल्याण और राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए होना चाहिए तथा हमें अपने शोध कार्य में सतत विकास लक्ष्यों को भी शामिल करना चाहिए।
इस कार्यशाला का उद्देश्य समाज विज्ञान के शोधार्थियों की शोध क्षमता को बढ़ाना शोध विधियों के माध्यम से शोध में गुणवत्ता लाना है। इस कार्यशाला के निदेशक प्रो. संजीत सिंह, अधिष्ठाता समाज विज्ञान स्कूल और सह- निर्देशक डॉ. शशि पूनम, विभागाध्यक्ष समाज कार्य विभाग हैं। दस दिवसीय अनुसंधान कार्यशाला में पूरे भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों से कुल 215 शोधार्थियों ने आवेदन किया है, जिसमें से 30 शोधार्थियों का चयन हुआ है।ये 30 शोधार्थी केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय उत्तराखंड, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली, इग्नू विश्वविद्यालय नई दिल्ली से हैं।
इस कार्यशाला के निर्देशक प्रो.संजीत सिंह ने उद्धाटन समारोह के मुख्यातिथि प्रो.सुमन शर्मा का अभिवादन किया।
कार्यशाला के उद्घाटन समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन कार्यशाला के सह-निदेशक डॉ.शशि पूनम ने किया। इसके अलावा, उद्घाटन सत्र में प्रो.नारायण सिंह राव निदेशक सप्त सिंधु परिसर देहरा, डॉ. इंद्र सिंह ठाकुर, निदेशक दीनदयाल उपाध्याय अध्ययन केन्द्र और प्रो. निरुपमा सिंह, अधिष्ठाता दृष्य कला स्कूल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस 10 दिवसीय अनुसंधान कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शोध के क्षेत्र में शोधार्थियों के ज्ञान में वृद्धि व शोधार्थियों के शोध कार्य में गुणवता लाना और समाज के उन क्षेत्रों पर शोध को प्रोत्साहित करना है, जिन्हें अभी तक पर्याप्त रूप से अन्वेषित नहीं किया गया है।
यह कार्यक्रम शोधार्थियों को समकालीन शोध पद्धतियों और तकनीकों से अवगत कराने के साथ-साथ उन्हें समाज में छिपे हुए मुद्दों पर शोध करने के लिए प्रेरित करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया