बुमराह-कोंस्टास विवाद पर पंत ने कहा- वह कुछ समय बर्बाद करना चाहते थे ताकि हम एक और ओवर न फेंकें

सिडनी, 3 जनवरी (हि.स.)। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण के खिलाफ कड़ी टक्कर दी और शुक्रवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर शुरू हुए पांचवें टेस्ट में 40 रन बनाकर भारत के शीर्ष स्कोरर रहे।

अपने शरीर पर आठ बार चोट लगने के बावजूद पंत ने कड़ी मेहनत की और अपने स्वभाव के विपरीत बल्लेबाजी की।

इस मुश्किल दौर पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, निश्चित रूप से यह दर्दनाक है लेकिन कभी-कभी आपको टीम के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और यह ठीक है। मैं इस बारे में नहीं सोच रहा था कि मुझे कहां चोट लगी है, बल्कि मैंने अपनी पूरी क्षमता से गेंद को खेला।मुझे लगता है कि यह पहली बार है जब मुझे इतनी चोटें लगी हैं।

जसप्रीत बुमराह और सैम कोंस्टास के बीच हुई बहस को लेकर पंत ने बताया, वे कुछ समय बर्बाद करना चाहते थे। मुझे लगता है कि यही कारण है। वह कुछ समय बर्बाद करना चाहते थे ताकि हम एक और ओवर न फेंकें।

च के बारे में पूछे जाने पर पंत ने कहा, यह थोड़ी मुश्किल पिच थी। गेंद काफी हद तक ऑफ द विकेट हो रही थी। मैं यह नहीं कहूंगा कि 185 रन बराबर स्कोर है। लेकिन मुझे लगता है कि 220-250 से ऊपर का स्कोर बराबर स्कोर होगा, लेकिन फिर भी यह काफी प्रतिस्पर्धी स्कोर है क्योंकि गेंद जिस तरह से मूव कर रही है, उससे गेंदबाजों को काफी मदद मिल रही है।

वाशिंगटन सुंदर के आउट होने पर पंत ने कहा, मुझे लगता है कि हम मैदान पर जो भी फैसला लेते हैं, उसे मैदानी अंपायर के पास ही रहना चाहिए। जब ​​तक कि फैसला बदलने के लिए इतने निर्णायक सबूत न हों, मुझे लगता है कि हमें मैदानी अंपायर के साथ ही रहना चाहिए। तकनीक थोड़ी बेहतर हो सकती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

   

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