पुरानी रंजिश के चलते पड़ोसियों ने की थी युवक की हत्या, तीन गिरफ्तार

धर्मशाला, 21 फ़रवरी (हि.स.)।कांगड़ा जिला के पुलिस थाना ज्वालामुखी के तहत जंगल में मिली एक व्यक्ति की अधजली लाश की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें हत्या को अंजाम देने वाली निशु बाला भी शामिल है। इसके अलावा तीन आरोपित पहले से ही नशे के मामले में जेल में बंद हैं। पुराने मतभेदों के चलते पड़ोसियों ने यह हत्या की और बाद में शव को ज्वालामुखी के जंगल में फैंक कर उसे जलाने का भी प्रयास किया गया।

बीते 13 जनवरी 2025 का यह मामला है जब जंगल से पुलिस थाना ज्वालामुखी के क्षेत्राधिकार में एक अज्ञात व्यक्ति की अधजली लाश बरामद हुई थी। जांच के दौरान शव की पहचान पंकज कुमार पुत्र सुरेश कुमार, निवासी वटाहण, पंचरुखी के रूप में की गई, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस थाना पंचरुखी में 19 जनवरी 2025 को दर्ज करवाई गई थी। शव की परिस्थितियों और जांच में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर यह पुष्टि हुई कि यह मामला हत्या का है, जिस पर पुलिस थाना पंचरुखी में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था।

एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में इस सारे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह जांच अत्यंत चुनौतीपूर्ण रही क्योंकि मृतक पंचरुखी से लापता हुआ था जबकि उसका शव ज्वालामुखी थाना के क्षेत्र में बरामद हुआ। गहन जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मृतक के पड़ोस में रहने वाली निशु कुमारी, उसके पति सुशील कुमार और निशु के पिता उत्तम चंद को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने यह स्वीकार किया कि मृतक से उनके पुराने मतभेद थे। एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत जिसमें निशुबाला ने मृतक पंकज कुमार को 18 जनवरी 2025 को अपने घर बुलाया जहां पर अरोपिता निशुबाला ने लोहे के औजार से मृतक पकंज कुमार के सिर पर प्रहार करके हत्या कर दी। शव को घर में बन्द करके निशु वाला एक विवाह समारोह में पालमपुर चली गई। ताकि उसकी उपस्थिति विवाह समरोह में पाई जाये। घटना की क्रमवार जानकारी के अनुसार निशुबाला ने शादी में अपने पति सुशील कुमार, अपनी बहन रजनी, जीजा अजय, पिता उतम चन्द व बहन के बेटे अभिषेक के साथ मिलकर मृतक की लाश को ठिकाने लगाने के लिए योजना बनाई। ​​विवाह समारोह से लौटने के बाद पांचों ने शव को कंबल में लपेटा तथा निजी वाहन में डालकर ज्वालामुखी क्षेत्र के जंगल में फैंका तथा कंबल व गाड़ी के कवर को जंगल में अन्य स्थान पर जलाने के पश्चात गाडी को किसी अन्य स्थान पर धुलाया और पंचरुखी वापिस आये। सभी आरोपियों ने साक्ष्यों को नष्ट किया ताकि उन पर किसी भी प्रकार से शक न हो। बाद में फोरेंसिक टीम द्वारा अलग-अलग स्थानों पर साक्ष्यों को एकत्रित किया गया।​​​

मामले में शामिल तीन आरोपित नशा बचने के आरोप में हैं जेल में बंद

एसपी ने बताया कि मामले में मुख्य बात यह है कि उक्त कृत्य को अजांम देने के पश्चात संलिप्त मुख्य आरोपिता की बहन रजनी, जीजा अजय और उनका बेटा अभिषेक एनडीपीएस एक्ट के अन्तगर्त गिरफ्तार किए गए थे जो वर्तमान में जेल में बंद हैं। मामले में मृतक का मोबाइल फोन व प्रयोग किये गये हथियार का पता लगाया जाना अभी बाकी है। पुलिस द्वारा मामले की जांच गुणवत्ता और निष्पक्षता के उच्च मानदंडों के आधार पर की जा रही है। ​​​उन्होंने कहा कि कांगड़ा पुलिस क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए निरंतर प्रयासरत है और इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को कानून के दायरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

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