धर्मशाला, 11 अक्टूबर (हि.स.)। उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला में लिंगानुपात में सुधार पर विशेष फोक्स किया जाए, इस के लिए ग्रामीण स्तर तक लोगों को जागरूक करने के लिए आंगनबाड़ी वर्कर्स मिशन मोड पर कार्य करें। शुक्रवार को धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम पर आधारित एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि उपायुक्त हेमराज बैरवा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में 1000 लड़कों के मुकाबले 925 लड़कियों का अनुपात है और इसमें अभी भी सुधार की गुजांइश है। उन्होंने कहा कि पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत कन्या भ्रूण हत्या पर पूर्णतयः अंकुश लगाने का प्रावधान किया गया है तथा इस एक्ट के बारे में जागरूकता जरूरी है।
उन्होंने कहा कि लिंगानुपात में सुधार के साथ साथ बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अभिभावकों को जागरूक करें तथा मोबाइल पर पोषण आंकड़ों का आकलन करें और बच्चों की ग्रोथ की माॅनिटरिंग भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बच्चों की छह माह की आयु तक स्तनपान के साथ साथ समय पर उपरी आहार की भी करें तथा आयु अनुसार पर्याप्त आहार सुनिश्चित करना जरूरी है ताकि युवा पीढ़ी का स्वास्थ्य बेहतर हो सके।
कार्यशाला जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से रचिता ने पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम पर व महिलाओं से सम्बंधित कानूनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जबकि रोमा गुलेरिया कानूनी संरक्षण अधिकारी ने पॉक्सो व किशोर न्याय अधिनियम के बारे में जानकारी दी। राजेश कुमार शर्मा जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बच्चों से संबन्धित चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार शर्मा ने जिला के बाल लिंगानुपात व जन्म के समय लिंगानुपात पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जिला में ऐसी पंचायतें जिनका लिंगानुपात चिन्ता जनक है उनमें सुधार की ज्यादा जरूरत है। इस कार्याशाला में जिला स्वास्थ्य विभाग, महिला पुलिस थाना, शिक्षा विभाग व पंचायत विभाग से अधिकारी व कर्मचारी समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी पर्यवेक्षक सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं उपस्थित रहीं।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया