खरगे की टिप्पणी सनातनियों की आस्था को ठेस पहुँचाने वाली : देवशाली

खरगे की टिप्पणी सनातनियों की आस्था को ठेस पहुँचाने वाली :  देवशाली
 
          भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष शक्ति प्रकाश देवशाली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा शताब्दियों से चले आ रहे महाकुम्भ पर्व पर की गई टिप्पणी की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे सनातन का अपमान और सनातनियों की आस्था को ठेस पहुँचाने वाला कृत्य बताया।
 
देवशाली ने कहा कि इस टिप्पणी से मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस पार्टी की सनातनियों के प्रति घृणा और नफरत देशवासियों के समक्ष उजागर हुई है।   इससे यह भी प्रदर्शित होता है कि कांग्रेस नेता सनातनियों के प्रति कितने असंवेदनशील हैं।
 
देवशाली ने कहा की यह पहला अवसर नहीं है जब कांग्रेस नेताओं ने सनातनियों की आस्था का उपहास बनाया हो।   इससे पूर्व इन्हीं की सरकार में प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताया गया।   'भगवा आतंकवाद' का झूठा नैरेटिव गढ़ने का प्रयास किया गया।  इतना ही नहीं राहुल गाँधी ने कहा था कि मंदिर जाने वाले लड़कियां छेड़ते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि अपने आप को हिन्दू कहने वाला 24 घंटे हिंसा, नफरत और असत्य फैलाते हैं।  इससे भी बढ़कर अपनी घृणा प्रदर्शित करते हुए उन्होंने कहा था कि हिन्दू धर्म में जो 'शक्ति' है, हम उस शक्ति से लड़ रहे हैं।   कांग्रेस नेताओं की ऐसी घृणित मानसिकता से यह भी स्पष्ट हो गया की राहुल गाँधी द्वारा मंदिर-मंदिर जाकर पूजा करना कोई आस्था नहीं अपितु केवल ऐसा दिखावा कर प्रचार के माध्यम से सनातनियों के मत प्राप्त कर केंद्र में सत्तासीन होने का प्रयत्न मात्र था।
 
देवशाली ने कहा की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सनातन के प्रति आस्था रखें या न रखें, यह उनका नितांत व्यक्तिगत विषय है और वे इसके लिए स्वतंत्र हैं।  लेकिन धार्मिक स्वतंत्रता उन्हें सनातनियों का अपमान करने और उनकी आस्था को ठेस पहुंचाने को कोई अधिकार नहीं देती।

   

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