देसी और विदेशी सैलानियों का लगान स्टाइल में क्रिकेट मैच 13 नवम्बर को
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- Nov 12, 2024
अजमेर, 12 नवम्बर(हि.स.)। तीर्थराज पुष्कर में चल रहे कार्तिक सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक मेले में बुधवार 13 नवम्बर को देसी और विदेशी सेलानियों लगान स्टाइल में क्रिकेट मैच प्रातः 9 बजे से होगा। देसी—विदेशी सैलानियों के बीच मूंछ प्रतियोगिता प्रातः 11 बजे से शुरू होगी। इसके शीघ्र बाद विदेशी मेहमानों के लिए साफा एवं तिलक प्रतियोगिता तथा दोपहर एक बजे अन्तर पंचायत समिति ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता का फाइनल मैच मेला मैदान में होगा।
शिल्प ग्राम में हैंडीक्राफ्ट बाजार प्रातः 11 बजे से शुरू होगा। सायं 5.30 बजे ब्रह्मा मंदिर एंट्री प्लाजा पर मधु तैलंग भट्ट द्वारा ध्रुपद गायन प्रस्तुत किया जाएगा। पुष्कर सरोवर पर आरती सायं 6 बजे होगी। इसके पश्चात बेस्ट ऑफ राजस्थान लोक प्रस्तुतियां सायं 7 बजे मेला मैदान स्टेज पर आयोजित होगी। इसमें पदमश्री गुलाबो सपेरा द्वारा भी प्रस्तुति दी जाएगी।
अब तक 1099 पशुओं की बिक्री से हुआ 4 करोड़ से अधिक का कारोबार
श्री पुष्कर पशु मेला-2024 में पशुओं का व्यापार होने के पश्चात सफेद चिट्ठी कटने का कार्य जारी है। अब तक 1099 पशुओं की बिक्री दर्ज की गई है। इससे अब तक 4 करोड़ 34 लाख 59 हजार 225 रुपये का कारोबार हुआ। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक सुनील घीया ने बताया कि अब तक उष्ट्र वंश के 289 पशु, अश्व वंश के 810 पशु बिके है। मंगलवार को उष्ट्र वंश के 46 पशु बिके जिनकी कीमत 14 लाख 76 हजार 500 रुपये रही। इनमें सर्वाधिक मूल्य 37 हजार 550 रुपये तथा न्यूनतम मूल्य 5 हजार रुपये रहा। इसी प्रकार अश्व वंश के 160 पशु बिके। इनकी कीमत 89 लाख 65 हजार 725 रुपये थी। सर्वाधिक मूल्य का अश्व 4 लाख रुपये में तथा न्यूनतम मूल्य का पशु 10 हजार रुपये में बिका।
अब तक आए 8104 पशु
श्री पुष्कर पशु मेला 2024 में अब तक 8104 पशुओं की आमद दर्ज की गई है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया ने बताया कि पुष्कर मेले में लगातार पशुओं की आमद जारी है। अब तक 8104 पशु आए हैं। इनमें से 6433 राजस्थान के तथा 1671 राजस्थान से बाहर के पशु हैं। आए पशुओं में गौ वंश के 39 तथा भैंस वंश के 10 पशु है। उष्ट्र वंश के कुल 3202 में से 3182 राजस्थान के अंदर के तथा 20 राजस्थान से बाहर के हैं। इसी प्रकार अश्व वंश के कुल 4853 पशुओं में से राजस्थान के अंदर के 3205 तथा राजस्थान से बाहर के 1648 है।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष