लक्ष्य सेन, अंकिता ध्यानी एथलीट परेड में करेंगे उत्तराखंड का नेतृत्व 

देहरादून, 28 जनवरी (हि.स.)। ओलंपिक खेलों के बैडमिंटन सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी और उत्तराखंड के गर्व, लक्ष्य सेन, और ओलंपिक लंबी दूरी की धावक अंकिता ध्यानी, 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में उत्तराखंड के ध्वजवाहक की भूमिका निभाएंगे। यह समारोह आज देहरादून में आयोजित किया जा रहा है।

अपने-अपने राज्यों का नेतृत्व करने वाले अन्य प्रमुख ध्वजवाहकों में शामिल हैं:

एलावेनिल वलारिवन (गुजरात): 2019 विश्व चैंपियन और ओलंपियन 10 मीटर एयर राइफल शूटर।

अदिति स्वामी (महाराष्ट्र): महिला कंपाउंड तीरंदाजी की 2023 विश्व चैंपियन।

ओमप्रकाश मिथ्रवाल (राजस्थान): 2018 विश्व शूटिंग चैंपियनशिप में 50 मीटर पिस्टल स्वर्ण पदक विजेता।

राजस्थान की ओर से ओमप्रकाश के साथ निशा कंवर भी ध्वजवाहक होंगी। निशा सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित हैं और 2023 विश्व शूटिंग पैरा स्पोर्ट चैंपियनशिप में मिश्रित टीम एयर पिस्टल में पोडियम फ़िनिश हासिल कर चुकी हैं। उनकी उपस्थिति भारतीय ओलंपिक संघ के समावेशिता के उद्देश्य को दर्शाती है।

ध्वजवाहकों की सूची में अन्य दिग्गज-

प्रतीक वाकर (महाराष्ट्र): भारतीय पुरुष खो-खो टीम के कप्तान।

तरुणदीप राय (सिक्किम): तीन बार के ओलंपियन तीरंदाज।

आशी चौकसे (मध्य प्रदेश): हांग्जो 2022 एशियाई खेलों की 10 मीटर एयर राइफल टीम की रजत पदक विजेता।

अंजुल नामदेव (सर्विसेज): वुशु स्टार।

अश्मिता चालिहा (असम): बैडमिंटन खिलाड़ी।

हरिंदरपाल सिंह संधू (तमिलनाडु): अर्जुन पुरस्कार विजेता और हांग्जो 2022 एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता।

धर्षिनी थिरुनावक्कारासु (तमिलनाडु): बास्केटबॉल अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय चैंपियनशिप की सबसे मूल्यवान खिलाड़ी।

समारोह की झलकियां

इस समारोह में एथलीटों की परेड, हाइड्रोलिक कड़ाही में खेलों की मशाल का प्रज्वलन और शपथ समारोह मुख्य आकर्षण होंगे।

सांस्कृतिक प्रस्तुति के तहत शिव तांडव से प्रेरित एक उद्घाटन कार्यक्रम और ‘धैर्य, शौर्य और निश्चय’ थीम पर आधारित प्रस्तुति भी होगी। इसके अलावा, उत्तराखंड बैंड ‘पांडवों’ का एक घंटे का संगीत प्रदर्शन दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेगा। देहरादून में जन्मे लोकप्रिय गायक जुबिन नौटियाल पारंपरिक कार्यक्रम के समापन के बाद अपनी प्रस्तुति देंगे।

खेलों का आयोजन और समापन

उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में व्यापक तैयारियां की हैं। हल्द्वानी में समापन समारोह से एक दिन पहले, 13 फरवरी को खेल प्रतियोगिताएं समाप्त होंगी। 35 खेल विषयों में लगभग 450 स्वर्ण पदक दांव पर हैं, जिसमें देश भर से आए एथलीट अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

खेल और संस्कृति का अद्वितीय संगम

राष्ट्रीय खेलों का यह आयोजन न केवल खेलों के प्रति उत्साह को बढ़ावा देगा, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को भी दर्शाएगा। खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए यह एक यादगार अनुभव साबित होने की उम्मीद है।

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