मंडी जनपद के साथ-साथ ऐतिहासिक नगरी पांगणा-सुुकेत में हर्षोल्लास से मनाई गई लोहड़ी

मंडी, 14 जनवरी (हि.स.)। मंडी जनपद में मकर संक्रांति और लोहड़ी का त्योहार धूमधाम के साथा मनया गया। वहीं पर ऐतिहासिक नगरी पांगणा-सुकेत में लोहड़ी का पर्व उल्लास के साथ मनाया गया। लोहड़ी का पर्व शिशिर ऋतु में अग्नि देव के पूजन का पर्व भी है। मंडी जनपद समेत पांगणा-सुुकेत में लोहड़ी से चार-पांच दिन पूर्व महिलाओं ने शुभ मुहूर्त मे चुल्हे की लिपाई की। लोहड़ी के दिन स्नानादि से निवृत होकर सायंकाल के समय बनाए जाने वाले पकवान की तैयारी मे जुट गई। इस अवसर पर विशेषकर तले बटुरु-उड़द की दाल के भल्ले, गुड़-आटे और शुद्ध घी से बना हलवा तथा पारंपरिक व्यंजन बनाए गए।

इस अवसर पर विशेषकर विवाहित बेटियों-दामाद व उनके बच्चों को सायंकाल के भोजन पर आमंत्रित किया गया। सायंकाल के समय चुल्हे में अग्नि प्रज्जवलित कर सबसे पहले श्रीगणेश जी, पाजा नामक वृक्ष की टहनी, गंदम या जौ के पत्ते की जल, कुंकुम, द्रुवा, पुष्ष,धूप-दीप से पूजा कर फिर इसी विधि से अग्निपूजा कर भोजन तैयार किया गया। तैयार पकवान पहले अग्निदेव को अर्पित किए गए। इसके पश्चात घर के आंगन मे सूखे डंठलों को एकत्रित कर इन्हें जलाकर सभी परिवार के सदस्यों ने इसकी पूजा-अर्चना, परिक्रमा कर नृत्य करते हुए सामुहिक लोहड़ी गाकर हिऊंद की ठंडक को दूर करते हुए ग्राम्य वातावरण को भी अभिगुंजित किया। आपसी प्यार, भाईचारा, सदभाव और मैत्री कायम रखने की भावना से आस- पड़ोस के परिवार को मूंगफली, रेवड़ी, हलवा और तलुं बांटकर लोहड़ी की बधाई दी।

रात्रिभोज करने से पूर्व सभी पकवान की चुल्हे मे जली अग्नि मे आहुति देकर सब पकवान नैवेद्य के रूप पूजा कक्ष में स्थापित कुलजा व अन्य देवी-देवताओं को अर्पित किए। इसके बाद ही ये सुस्वाद पकवान परिवार के सदस्यों को परोसे गए।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

   

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