अंतिम दर्शनों को उमड़ा जनसैलाब
हमीरपुर, 10 दिसम्बर (हि.स.)। मौदहा नगर से लगभग दो किलोमीटर दूर कपसा मार्ग पर सिजनौडा बजरंग आश्रम के महंत बजरंग दास के मंगलवार को ब्रह्मलीन होने की खबर सुनकर उनके अंतिम दर्शनों के लिए हजारों श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। दोपहर बाद मंदिर परिसर में ही उन्हें समाधि दी गयी है। अचानक हुई इस घटना से उनके शिष्यों सहित क्षेत्र के जनमानस में शोक की लहर दौड़ गई है।
आश्रम के परिकरों ने बताया कि अचानक महंत बजरंग दास की तबीयत बिगड़ी और उन्हें आनन-फानन में मौदहा सीएचसी पहुंचाया गया जहां से डाक्टरों ने सदर अस्पताल हमीरपुर के लिए रिफर कर दिया था। हमीरपुर सदर अस्पताल में उन्होंने मंगलवार को अंतिम सांस ली। यह खबर मिलते ही उनके शिष्यों और आश्रम के श्रद्धालुओं में शोक की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में चित्रकूट सहित आसपास के धार्मिक स्थलों के संत महंत और क्षेत्र के श्रद्धालुओं की भीड़ आश्रम में एकत्रित हो गई। दोपहर बाद मंदिर परिसर में ही उन्हें समाधि दी गई।
बताया जाता है कि स्वामी बजरंग दास बाल्यावस्था में ही इस आश्रम में आ गए थे और उन्होंने यहां भव्य हनुमान मंदिर का निर्माण श्रद्धालुओं और अपने शिष्यों के सहयोग से कराया है। इतना ही नहीं शिव मंदिर का भव्य निर्माण भी उन्होंने प्रारम्भ कराया ।था जिसके लिए बाकायदा मैटेरियल भी एकत्र हो गया था। लेकिन अचानक उन्होंने शरीर छोड़ दिया है। गौ पालन और वृक्षारोपण के साथ ही आश्रम में हमेशा धार्मिक आयोजनों का होना तथा वर्ष में भव्य भंडारा कराना महंत की विशेषता थी। उनके निश्छल और मिलनसार व्यक्तित्व को याद कर मौदहा कस्बा सहित सिजनौडा, करहिया,भैसता, छिमौली, पढ़ोरी, परछा सहित आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा