ममता बनर्जी ने भाजपा पर लगाया नकली हिंदू धर्म थोपने का आरोप, शुभेंदु अधिकारी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया
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- Mar 12, 2025

कोलकाता, 12 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के उस बयान पर कड़ा पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि भाजपा सत्ता में आई तो तृणमूल कांग्रेस के मुस्लिम विधायक विधानसभा से बाहर कर दिए जाएंगे। ममता बनर्जी ने इस बयान को संविधान विरोधी बताते हुए भाजपा पर बंगाल में 'नकली हिंदू धर्म' थोपने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि आपका आयातित हिंदू धर्म वेदों या हमारे ऋषियों द्वारा समर्थित नहीं है। आप मुसलमानों को नागरिक अधिकारों से कैसे वंचित कर सकते हैं? यह सरासर धोखा है। आप नकली हिंदू धर्म को बढ़ावा दे रहे हैं।
ममता बनर्जी ने भाजपा पर अल्पसंख्यकों के अधिकारों को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें हिंदू धर्म की रक्षा करने का अधिकार है, लेकिन भाजपा जिस तरह का हिंदू धर्म थोपना चाहती है, वह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि कृपया हिंदू धर्म को राजनीतिक हथियार न बनाएं।
शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि हिंदू समुदाय की ताकत से तृणमूल को सत्ता से बेदखल कर दिया जाएगा। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि यह बयान भेदभावपूर्ण है और इससे समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर विधानसभा की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष ने पहले से ही सदन में हंगामा करने की योजना बना रखी थी। उन्होंने कहा कि भाजपा सदस्यों ने जानबूझकर सदन से वाकआउट किया और कागज फाड़कर विरोध जताया।
उन्होंने सभी विधायकों से लोकतांत्रिक मूल्यों और सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की।
ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी ने फिरहाद हकीम, हुमायूं कबीर और मदन मित्रा जैसे नेताओं को भड़काऊ बयान देने से बचने की सलाह दी है। उन्होंने स्पष्ट किया, यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष और बहुलतावादी राष्ट्र है, जहां सभी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। उन्होंने कहा, बहुसंख्यक समुदाय का कर्तव्य है कि वह अल्पसंख्यकों की रक्षा करे। हमें अपने देश की संप्रभुता और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करनी होगी।
ममता बनर्जी ने भाजपा पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी समुदाय के खिलाफ घृणा फैलाने की राजनीति का विरोध करती है। उन्होंने कहा कि मैं सभी धर्मों से प्रेम करती हूं और किसी भी राजनीतिक दल द्वारा नफरत फैलाने की कोशिशों की निंदा करती हूं।
मुख्यमंत्री ने बंगाल की सामाजिक संरचना का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है, जबकि 33 प्रतिशत मुस्लिम हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी समुदायों की रक्षा करेंगे। मानवता धार्मिक सीमाओं से ऊपर है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर