थाईलैंड की टेनिस खिलाड़ी मानन्चाया बोलीं– भारत में खेलने का अनुभव शानदार

पुणे, 10 अप्रैल (हि.स.)। भारत के पुणे में आयोजित बिली जीन किंग कप एशिया-ओशिनिया ग्रुप 1 टूर्नामेंट में थाईलैंड की मानन्चाया सावनकावे शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। महलुंगे बालेवाड़ी टेनिस कॉम्प्लेक्स में एमएसएलटीए, एआईटीए और पीएमडीटीए के संयुक्त आयोजन में चल रहे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में उन्होंने अब तक अपने दोनों मुकाबले जीतकर सबका ध्यान खींचा है।

पहले दिन थाईलैंड की टीम ने हांगकांग, चीन के खिलाफ 3-0 से जीत दर्ज की। इस मुकाबले में मानन्चाया ने शानदार वापसी करते हुए होन्ग यी कोडी वोंग को 3-6, 6-3, 6-1 से हराकर अपनी टीम को विजयी शुरुआत दिलाई।

दूसरे दिन थाईलैंड की टक्कर मेज़बान भारत से हुई। इस बार मानन्चाया का सामना भारत की सहजा यमलपल्ली से हुआ। मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जहां मानन्चाया ने पहला सेट 6-3 से जीता, लेकिन सहजा ने टाई-ब्रेक में दूसरा सेट जीतकर मुकाबले में वापसी की। दुर्भाग्यवश तीसरे सेट में चोट के चलते सहजा को मैच से रिटायर होना पड़ा और मुकाबला मानन्चाया के नाम रहा।

भारत में खेलने के अनुभव पर मानन्चाया ने एक आदिकारिक बयान में कहा, “मैं जूनियर स्तर से ही भारत में खेल रही हूं और यहां आकर हमेशा अच्छा लगता है। कभी-कभी गर्मी और उमस के कारण मुश्किल होती है लेकिन अब इसकी आदत हो गई है। भारतीय खिलाड़ी अब काफी बेहतर हो रहे हैं और उनके खिलाफ खेलना अच्छा लगता है।”

उन्होंने हाल ही में भारत में आयोजित डब्ल्यूटीए मुंबई ओपन में भी हिस्सा लिया था और कहा, “यहां की सुविधाएं मुंबई ओपन जैसी ही बेहतरीन हैं। पहले की तुलना में अब चीज़ें और बेहतर हो रही हैं और मैं हमेशा भारत आकर खुश होती हूं।” पुणे की गर्मी पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं आमतौर पर शाम को दूसरा मैच खेल रही हूं, जिससे बहुत फायदा हुआ है। दोपहर में धूप तेज़ होती है और गेंद फ्लैट हो जाती है, लेकिन सूरज ढलने के बाद स्थिति बेहतर रहती है और खेलना आसान हो जाता है।”

अपनी टीम के योगदान को लेकर मानन्चाया ने कहा, “देश के लिए खेलना दबाव भरा होता है लेकिन हमारी टीम एक-दूसरे का पूरा साथ देती है। मानसिक मजबूती सबसे जरूरी होती है और हमारे कोच ने इसमें मेरी काफी मदद की है। टीम मुझे मुस्कुराने में मदद करती है और मैं इस टीम से बहुत प्यार करती हूं।”

भारतीय खिलाड़ी सहजा यमलपल्ली की तारीफ करते हुए मानन्चाया ने कहा, “वो बहुत अच्छा खेली और पहले से काफी बेहतर हो गई हैं। उन्होंने अपने देश के लिए कड़ा संघर्ष किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि उन्हें मुकाबला छोड़ना पड़ा, लेकिन मैं उम्मीद करती हूँ कि वो जल्द ठीक होकर फिर से दम दिखाएं।”

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

   

सम्बंधित खबर