जीते विधायक को मंत्री बनाए जाने की चर्चा तेज

भागलपुर, 17 नवंबर (हि.स.)। जिले के सातों विधानसभा सीट से एनडीए की जीत के बाद से क्षेत्र के जनता में उन्हें मंत्री बनाए जाने को लेकर उत्सुकता देखी जा रही है।‌

बिहपुर से भाजपा के ईं कुमार शैलेंद्र, पीरपैंती से भाजपा के मुरारी पासवान, भागलपुर से भाजपा के रोहित पांडे, नाथनगर से लोजपा के मिथुन यादव, कहलगांव से जदयू के शुभानंद मुकेश, गोपालपुर से जदयू के शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल और सुल्तानगंज से जदयू के प्रोफेसर ललित नारायण मंडल ने जीत हासिल की है। बिहपुर विधानसभा से ई. शैलेंद्र तीसरी बार चुनाव जीते हैं। इन्हें सचेतक की जिम्मेवारी मिली थी। लेकिन इस बार जीत का अंतर ज्यादा और तीसरी बार चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं। इस बार इनके मंत्री बनने की संभावना तेज हो गयी है।

उधर 11 साल से भाजपा की परंपरागत भागलपुर सीट पर कांग्रेस के अजीत शर्मा का कब्जा था। लेकिन इस चुनाव कांग्रेस के कब्जे वाली सीट को भाजपा के रोहित पांडे ने जीत कर पार्टी की झोली में डाल दिया है। इस बार इनके मंत्री बनने की संभावना जतायी जा रही है।

राजद से जदयू में आये शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल को इस बार जदयू नेतृत्व ने गोपालपुर से चुनाव लड़वाया और उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। नीतीश कुमार के करीबी रहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कहलगांव में अपनी पैठ रखने वाले शुभानंद मुकेश को इस बार कहलगांव से जदयू ने टिकट दिया।

सबसे बड़ी बात यह हुई कि यह सीट भाजपा का सीटिंग विधायक का टिकट काट के दिया गया था और उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की। मंत्री बनाए जाने को लेकर उक्त दोनों नाम भी चर्चा में है। उधर सुल्तानगंज से जदयू विधायक प्रोफेसर ललित नारायण मंडल को भी मंत्री बनाए जाने की मांग उठने लगी है।

उल्लेखनीय है कि 2005 में जब पहली बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी, तो अश्विनी कुमार चौबे को नगर विकास मंत्री बनाया गया था। उसके बाद अश्विनी चौबे स्वास्थ्य मंत्री और पीएचइडी मंत्री भी बने। इसके पहले कांग्रेस के डॉ शिवचंद्र झा भी मंत्री बने थे। इस क्षेत्र से डॉ शिवचंद्र झा और सदानंद सिंह विधानसभा अध्यक्ष बनाये गये थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर

   

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