हल्द्वानी, 28 अक्टूबर (हि.स.)। चोरगलिया में कल हुआ हाई प्रोफाइल ड्रामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। दुग्ध समिति के बोनस वितरण कार्यक्रम के दौरान विधायक की मौजूदगी में जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद गांव के एक व्यक्ति द्वारा गाली-गलौज, मारपीट और विधायक की गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश के आरोप में भुवन पोखरिया और दो अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
मुकदमा दर्ज होने के बाद क्षेत्र में जन आक्रोश उभर आया है। लोगों ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार देते हुए चोरगलिया में महापंचायत का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में मातृशक्ति समेत क्षेत्रवासियों ने हिस्सा लिया। पंचायत में सर्वसम्मति से मांग की गई कि भुवन पोखरिया, मुकेश थुवाल और इंदर जांगी के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। ग्रामीणों ने इन मुकदमों को झूठा करार दिया है।
महापंचायत में निर्णय लिया गया कि कल क्षेत्रवासी और मातृशक्ति कुमाऊं कमिश्नर से मुलाकात करेंगे और मुकदमा वापस लेने की मांग करेंगे। साथ ही, चेतावनी दी गई कि अगर मुकदमे वापस नहीं लिए जाते हैं, तो कल चोरगलिया थाने में सामूहिक गिरफ्तारी दी जाएगी।
महापंचायत में ग्राम प्रधान कमल दुर्गापाल, राजू जांगी, हेम बजेठा, भावना बजेटा, नंदन बोरा, भुवन पोखरिया, सुरेश कोहली, नीतीश बुधानी, दीपक आर्य, पप्पू फर्त्याल, और छत्रपति बेलवाल समेत अन्य लोग उपस्थित थे। विधायक का विरोधी समूह भी सक्रिय है और आंदोलन को धार देने की कोशिश कर रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता