किशनगंज,16नवंबर(हि.स.)। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर शनिवार को समाहरणालय सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। डीएम विशाल राज ने कहा कि संविधान के दायरे में रहकर कार्य करने वाले को डरने की जरूरत नहीं है। वर्तमान युग में इंटरनेट मीडिया, वेब पोर्टल, फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप पर कुछ भ्रांतियां पैदा की जाती हैं। उससे हमें बचने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में मीडिया का दायित्व बढ़ गया है। उन्होंने विस्तार से मीडिया की भूमिका बताई कि भारतीय मीडिया ने अंग्रेजों के जुल्म और स्वतंत्रता सेनानियों के विचार स्पष्ट रूप से जनता के सामने रखने में अहम भूमिका निभाई थी। डीएम ने मीडिया के बदलते रूप एवं भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। सरकार और जनता के बीच संवाद का माध्यम बनता है। जनता के लिए सरकार की जवाबदेही भी तय करता है। मीडिया समाज का दर्पण और दीपक दोनों है। इसे समतल दर्पण की तरह समाज का आइना बने रहने देने की जरूरत है।
डीपीआरओ कुंदन कुमार सिंह ने कहा कि आज मीडिया को लोकतंत्र का प्रहरी कहा जाता है। समय के साथ मीडिया का दायित्व बढ़ता चला गया। मीडिया समाज का ऐसा दर्पण बन गया है, जो समाज व राष्ट्र को उसकी सच्चाई दिखाता है। जनता को उनके आस पास हो रही सभी गतिविधियों के बारे में सूचित करता रहता है। व्यवस्था और समाज की खामियों को उजागर करता है। इस प्रकार से मीडिया समाज और सरकार की मदद करते हुए एक निष्पक्ष एवं मजबूत व्यवस्था का निर्माण करती है। इस दौरान प्रेस क्लब के कई सदस्यों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर डीडीसी स्पर्श गुप्ता, जिला भू अर्जन पदाधिकारी संदीप कुमार, एसडीओ लतीफूर रहमान अंसारी, जिला जनसंपर्क अधिकारी कुंदन कुमार सिंह समेत वरीय अधिकारी सुनीता कुमारी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / धर्मेन्द्र सिंह