पश्चिम बंगाल के बर्दवान में डॉ. भागवत की सभा को मंजूरी नहीं, आरएसएस ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

कोलकाता, 13 फरवरी (हि. स.)। पश्चिम बंगाल पुलिस की तरफ से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत की बर्दवान में प्रस्तावित सभा के लिए अनुमति नहीं दिए जाने पर संघ की राज्य इकाई ने गुरुवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया।

पूर्व बर्दवान जिले के बर्दवान शहर में 16 फरवरी को आरएसएस प्रमुख डॉ. भागवत की सभा होनी थी लेकिन जिला पुलिस ने माध्यमिक परीक्षा के मद्देनजर लाउडस्पीकर के उपयोग पर लगी पाबंदी का हवाला देते हुए इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया। पुलिस का कहना है कि प्रस्तावित सभा स्थल के पास एक स्कूल है, जिससे परीक्षा प्रभावित हो सकती है। हालांकि, आरएसएस के समर्थन में तर्क दिया जा रहा है कि चूंकि यह सभा रविवार को होनी है इसलिए परीक्षा में किसी तरह की बाधा नहीं आएगी।

आरएसएस ने इस फैसले को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर की है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई की संभावना है।

डॉ. मोहन भागवत इन दिनों पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं, जहां वे आरएसएस के विभिन्न पदाधिकारियों से मुलाकात कर संगठन के विस्तार को लेकर चर्चा कर रहे हैं। बर्धमान में प्रस्तावित सभा केंद्रीय बंगाल के जिलों में संगठन के विस्तार का हिस्सा मानी जा रही है।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह दौरा दो कारणों से महत्वपूर्ण है—पहला, राज्य में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव और दूसरा, बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हो रही हिंसा, जिसका असर पश्चिम बंगाल पर भी पड़ रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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