मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के आंकड़े जारी, उत्तराखंड में बढ़े 1.28 लाख से अधिक मतदाता
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- Oct 29, 2024
- देहरादून में सर्वाधिक 51694 तो रुद्रप्रयाग में न्यूनतम 4445 मतदाता बढ़े
- एक जनवरी 2025 की अर्हता तिथि के आधार पर राज्य में 8371700 मतदाता
देहरादून, 29 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तराखंड में मतदाताओं की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। एक जनवरी 2025 की अर्हता तिथि के आधार पर कराए गए मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में एक लाख 28 हजार 277 मतदाता बढ़े हैं। वर्तमान में राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 8371700 है। इनमें 4335914 पुरुष, 4035484 महिलाएं और 302 ट्रांसजेंडर हैं।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के संबंध में मंगलवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता में नई मतदाता सूची के आंकड़े जारी किए। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग से जारी विशेष संक्षिप्त पुनिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत एक जनवरी 2025 की अहर्ता तिथि के आधार पर 10 अक्टूबर 2024 तक पुनरीक्षण के अंतर्गत प्रदेश में मतदाताओं की संख्या 8371700 हो गई है। इसके साथ ही प्रदेश में 242365 नए मतदाता पंजीकृत हुए हैं। जबकि 114088 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से कम हुए हैं। इस प्रकार कुल एक लाख 28 हजार 277 मतदाताओं की मतदाता सूची में बढ़ोत्तरी हुई है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेशभर में निर्वाचक नामावली का प्रकाशन मंगलवार को कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आगामी 28 नवंबर तक मतदाता नामावली संबंधी दावे एवं आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। दावे एवं आपत्तियों का निस्तारण 24 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा। जबकि नामावली का अंतिम प्रकाशन छह जनवरी 2025 को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी तरह एक अप्रैल, एक जुलाई व एक अक्टूबर 2024 की अर्हता तिथि को जो व्यक्ति 18 वर्ष या इससे अधिक आयु पूर्ण कर रहा है, वह भी मतदाता सूची में नाम सम्मिलित करने के लिए आवेदन अग्रिम रूप में प्रस्तुत कर सकता है। ऐसे किसी भी नागरिक को पूरे वर्ष प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है।
जनपदवार बढ़े मतदाताओं का आंकड़ा
जनपद स्तर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार देहरादून में सर्वाधिक 51694 मतदाता नए पंजीकृत हुए हैं। वहीं ऊधमसिंह नगर में 46648 एवं हरिद्वार में 38435 नए पंजीकरण हुए हैं। जबकि न्यूनतम पंजीकरण का आंकड़ा रुद्रप्रयाग से प्राप्त हुआ है, जहां 4445 नए मतदाताओं का नाम सूची में जुड़ा है। वहीं चंपावत में 5306 एवं बागेश्वर में 5342 नए पंजीकरण हुए हैं। हरिद्वार से 17086 लोगों के नाम मतदाता सूची से कम हुए हैं। जबकि पौड़ी से 14130 एवं नैनीताल से 12261 नाम मतदाता सूची से हटे हैं।
अब 11 हजार 733 मतदेय स्थल
राज्य में मतदेय स्थलों का भी पुनर्निर्धारण किया गया है। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में पांच मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक पहुंच जाने पर प्रदेश में पांच नए मतदेय स्थल बनाए गए हैं। इनमें तीन मतदेय स्थल देहरादून और दो मतदेय स्थल हरिद्वार में बने हैं। राज्य में पहले 11 हजार 729 मतदेय स्थल थे, जो अब बढ़कर 11 हजार 733 हो गए हैं। राज्य में प्रति हजार जनसंख्या पर 704 मतदाता हैं। राज्य औसत के हिसाब से देखें जनगणना लिंगानुपात 968 व मतदाता लिंग अनुपात 931 है। इस प्रकार कुल 37 का लिंग अंतर है। इस अवसर पर उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी किशन सिंह नेगी, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास भी उपस्थित थे।
80 वर्ष से अधिक आयु के हैं 1.66 लाख मतदाता
राज्य में 80 वर्ष से अधिक आयु के 166031 मतदाता हैं। इसके अलावा 18-19 आयु वर्ग में 104338, 20-29 आयु वर्ग में 1589099, 30-39 आयु वर्ग में 2270039, 40-49 आयु वर्ग में 1783464, 50-59 आयु वर्ग में 1236635, 60-69 आयु वर्ग में 783212, 70-79 आयु वर्ग में 438882 मतदाता हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण