2500 से अधिक लावारिस शवों का अब तक हो चुका है अस्थि विसर्जन- जसपाल सिंह

लखीमपुर खीरी, 27 सितंबर (हि.स.)। जिसका कोई नहीं, उसका तो खुदा होता है। पुराने दौर का यह गाना शहीद भगत सिंह निःस्वार्थ सेवा समिति पर बिल्कुल सटीक बैठता है। जनपद में वर्ष 2011 से कई सामाजिक कार्य कर रही है यह सामाजिक संस्था मुख्य रूप से लावारिस शवों का अन्तिम संस्कार उनके जाति व धर्म के अनुसार करवाती है।

संस्था के अध्यक्ष जसपाल सिंह पाली ने बताया है कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पितृपक्ष में लावारिस शवों की अस्थियों को फर्रुखाबाद गंगा जी में जल प्रवाह के लिए ले जाया गया है। इस वर्ष भी 87 लावारिस शवों का अन्तिम संस्कार कराया गया था। 87 लावारिस शवों की ईश्वर से प्रार्थना करते हैं ।उन्हें अंतिम संस्कार उपरांत उनकी अस्थियों का विसर्जन किया गया है।

अस्थियों गंगा जी में जल प्रवाह की गयी और ईश्वर से प्रार्थना की गई कि ईश्वर अपनी कृपा बनाये रखना। जाने-अनजाने में कोई गललियां हो गयी हो तो हमें माफ कर देना। संस्था अध्यक्ष ने यह भी बताया कि संस्था के द्वारा तक लगभग 2500 शवों की अस्थियों को जल प्रवाह करा चुकी है।इस कार्यक्रम में अंशुल प्रजापति, अमन वर्मा, शुभम शेखर, अंकित व छोटू उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / देवनन्दन श्रीवास्तव

   

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