पूसीरे के महाप्रबंधक ने की अमृत भारत स्टेशन योजना के पांच स्टेशनों के प्रगति की समीक्षा
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- May 17, 2025
गुवाहाटी, 17 मई (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के तहत पांच प्रमुख स्टेशनों - उत्तर लखिमपुर, रंगापाड़ा नॉर्थ, माजबाट, गहपुर और बिश्वनाथ चारिआली पर चल रहे पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि महाप्रबंधक ने 15 मई को जिन स्टेशनों का निरीक्षण किया वे सभी स्टेशन इस योजना के अधीन पुनर्विकास के लिए चयनित असम के 50 स्टेशनों में शामिल हैं, जिसका उद्देश्य बुनियादी ढांचे को उन्नत करना और यात्री सुविधाओं को बढ़ाना है। इसमें उत्तर लखिमपुर के लिए 7.12 करोड़ रुपये, रंगापाड़ा नॉर्थ के लिए 55.17 करोड़ रुपये, माजबाट के लिए 12.04 करोड़ रुपये, गहपुर के लिए 8.49 करोड़ रुपये और बिश्वनाथ चारिआली के लिए 14.07 करोड़ रुपये का अनुमानित निवेश शामिल है। कुल मिलाकर, पूसीरे के क्षेत्राधिकार के अधीन 92 स्टेशनों को एबीएसएस के तहत पुनर्विकसित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करना और यात्रियों के लिए समग्र यात्रा के अनुभव को बेहतर करना है।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के तहत स्टेशन पुनर्विकास के प्रगति की समीक्षा कर गुणवत्ता, समय पर कार्य पूरा होने और सुरक्षा पर जोर दिया गया। उन्होंने योजना के तहत बेहतर यात्री सुविधाओं, आधुनिक सुविधाओं और बेहतर सौंदर्य पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया। अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने यात्री सेवाओं में न्यूनतम व्यवधान के साथ निष्पादन कार्य में तेजी लाने का आग्रह किया एवं चल रहे प्रयासों की सराहना की और समय सीमा पर इसे पूरा करने के लिए गति बनाए रखने पर जोर दिया।
महाप्रबंधक ने रंगापाड़ा नॉर्थ में उप-मंडल रेलवे अस्पताल का भी निरीक्षण किया, जहां उन्होंने अत्याधुनिक सीआर सिस्टम एक्स-रे मशीन का उद्घाटन किया, जिससे अस्पताल के डायग्नोस्टिक क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ट्रैक और परिचालन स्थितियों का आकलन करने के लिए उत्तर लखिमपुर और रंगापाड़ा नॉर्थ के बीच एक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण भी किया।
इन स्टेशनों के पुनर्विकास का उद्देश्य यात्रियों की यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाना है, साथ ही भारतीय रेलवे को विश्व स्तरीय परिवहन सेवा में बदलने के व्यापक दृष्टिकोण को आगे बढ़ाना है। यह पहल न केवल बुनियादी संरचना और सुविधाओं के आधुनिकीकरण पर केंद्रित है, बल्कि सभी के लिए कुशल, सुरक्षित और समावेशी रेल सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए स्थिरता, पहुंच और स्मार्ट प्रौद्योगिकियों के एकीकरण पर भी जोर देती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश



