माघ मास के प्रदोष पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में नंदी की हुई पूजा

—नंदीश्वर पूजा में नंदी महाराज का अभिषेक,श्रद्धालुओं ने भी नंदीश्वर का किया दर्शन

वाराणसी,10 फरवरी (हि.स.)। माघ मास, शुक्ल पक्ष के प्रदोष पर सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में विधि विधान से नंदी की पूजा की गई। धाम में श्री नंदीश्वर पूजा मंत्रोच्चार के बीच हुई। इस अवसर पर नंदी महाराज का अभिषेक किया गया।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण,मंदिर के डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी ने न्यास के प्रतिनिधि के तौर पर श्री नंदीश्वर पूजन किया। दोनों अफसरों ने नंदी का अर्चन और जलाभिषेक कर वस्त्र, माला, भोग भी उन्हें अर्पित किया। इसके बाद धाम में उपस्थित श्रद्धालुओं ने भी नंदी भगवान का पूजा किया। सनातन धर्म में मान्यता है कि प्रदोष काल में नंदी भगवान का पूजा करना चाहिए, इससे महादेव प्रसन्न होते है। ऋषि शिलाद के पुत्र नंदी है। भगवान शिव के परम भक्त, गणों में सर्वोत्तम और महादेव के वाहन भी बने। बिना नंदी के दर्शन और उनकी पूजा किए भगवान शिव की पूजा अपूर्ण मानी जाती है। मान्यता अनुसार जब नंदी जी को शिवलिंग के समक्ष स्थापित होने का वरदान मिला तो वह तुरंत भगवान शिव के सामने बैठ गए। तब से ही प्रत्येक शिव मंदिर के सम्मुख नंदी जी की प्रतिमा देखने को मिलती है।

—श्री काशी विश्वनाथ धाम में संकल्प पाठ के साथ रूद्राभिषेक

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की पहल पर सोमवार को धाम में विधिवत रूद्राभिषेक किया गया। संकल्पित न्यास के अफसरों ने मंदिर के सीईओ विश्व भूषण, डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण,ओएसडी उमेश सिंह के अगुवाई में माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रदोष तिथि पर धाम में स्थित अविमुक्तेश्वर महादेव का रूद्राभिषेक किया। इस दौरान रुद्र मंत्रोच्चार से धाम गुंजायमान रहा।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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