राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह : विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच से होगा राष्ट्र का विकास: डॉ. जाखड़
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- Mar 03, 2025
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जोधपुर, 03 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह के तहत राजस्थान सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा सब रीजनल साइंस सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए शिक्षाविद् डॉ. पीएस जाखड़ ने कहा कि विज्ञान और मानव का आदिकाल से संबंध रहा है। जब से पृथ्वी की उत्पत्ति हुई है, तब से नित नए अन्वेषण और अनुसंधान हो रहे हैं। वैज्ञानिक सोच ही राष्ट्र के विकास का आधार होती है। ऐसी सोच को छात्रों में विकसित करना शिक्षकों का मूल कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि बच्चों में अपने आसपास की दुनिया, प्राकृतिक वातावरण एवं लोगों के प्रति उत्सुकता को परिपोषित करना, उसे खोजी कार्यों की ओर अग्रसर करने के साथ उनको ऐसे कार्यकलापों में संलग्न करना, जो अवलोकन, वर्गीकरण, निष्कर्ष आदि द्वारा मूलभूत संज्ञानात्मक क्षमताएं, मन:प्रेरक कौशल, तर्कशीलता आदि गुणों के विकास में सहायक होता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण मूलत: एक ऐसी मनोवृत्ति या सोच है जिसका मूल आधार किसी भी घटना की पृष्ठभूमि में उपस्थित कार्य-करण को जानने की प्रवृत्ति है।
इस वर्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा निर्धारित विषय विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना के तहत निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें जोधपुर संभाग के विभिन्न विद्यालयों के दौ से अधिक विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में इसरो वैज्ञानिक राकेश पालीवाल, कृषि वैज्ञानिक सत्य प्रकाश पांडे ने सभी प्रतिभागियों को विज्ञान के महत्व पर जोर देते हुए वैज्ञानिकों से सभी कार्य करने पर बल देते हुए नवभारत में युवाओं को सशक्त बनाने पर प्रकाश डाला। परियोजना अधिकारी लक्ष्मण सिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया एवं राष्ट्रीय विज्ञान दिवस बैज लगाए। कार्यक्रम के सफल आयोजन में गरिमा भट्ट, प्रीतम सिंह गौड़, सुनील सुथार, जैनेंद्र कुमार, केसा राम, कैलाश नाथ की भूमिका रही।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश