
- वर्ल्ड ओरल डे पर जागरूकता कार्यक्रम
पौड़ी गढ़वाल, 20 मार्च (हि.स.)। स्वास्थ्य विभाग पौड़ी की ओर से राष्ट्रीय मुख स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे के अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में प्रतिभागियों को मुख स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न बीमारियों, बचाव व उसके उपचार की जानकारी दी गई।
गुरुवार को आयोजित गोष्ठी में दंत चिकित्सक डा. शशांक उनियाल ने मुख स्वास्थ्य को लेकर जानकारी देते हुए बताया गया कि मुख स्वास्थ्य को लेकर लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है, लोग मुंह व दांतों से संबंधित विभिन्न परेशानियां होने के बाद ही चिकित्सक के पास जाते हैं। कहा कि मुख स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ओरल कैंसर का कारण बन सकती है। कहा कि मुंह में छाले जो कि 2 सप्ताह से ठीक नहीं हो पा रहे हैं, सफेद व लाल पैच, मसूड़ों से खून आना, कान में दर्द, मुंह कम खुलना, खाना खाने में ज्यादा मिर्च जलन लगना, निगलने में परेशानी या आवाज में बदलाव आदि ओरल कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। दांतों में गंदगी व बैक्टीरिया की वजह से मुंह से संबंधित विभिन्न बीमारियां होती है इसलिए दांतों की सफाई अति आवश्यक है।
कहा कि ओरल कैंसर आज भारत में बहुत आम हो चुका है ओरल कैंसर से बचने के लिए बीड़ी, तंबाकू, सिगरेट, खैनी, गुटका आदि के प्रयोग से बचना चाहिए। भी को साल में 2 बार मुंह की जांच व 1 बार दांतों की सफाई अवश्य करानी चाहिए। इस दौरान स्क्रीनिंग कैंप में 22 लोगों के दांतों की स्क्रीनिंग की गई। गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पारुल गोयल ने कहा कि ओरल हेल्थ डे के साथ ही ओरल हेल्थ जागरूकता माह की शुरुआत की जा चुकी है जो कि 20 अप्रैल तक मनाया जाएगा। जिसके तहत ब्लाक स्तर पर स्कूल, कालेज, आयुष्मान, आरोग्य मंदिरों आदि में मुख स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता कार्यक्रमों के साथ ही दांतों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रमेश कुंवर एनसीडी कंसलटेंट श्वेता गुसांई, आशीष रावत, स्मृति शाह, राखी आदि शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार / करन सिंह