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किशनगंज,12 फरवरी(हि.स.)। जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में बुधवार को नीलाम-पत्र वाद की समीक्षा समाहरणालय स्थित सभागार में की गई। डीएम विशाल ने सर्वप्रथम विभिन्न थानों में लंबित गिरफ्तारी वारंट के क्रियान्वयन की समीक्षा की। सम्बन्धित पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि सभी वारंट का एक पक्ष के अंदर क्रियान्वयन करा लिया जाएगा। विदित हो कि नीलम-पत्र वाद के अंतर्गत विभिन्न बैंको के बकाये ऋण तथा सरकारी कार्यालयों की राशि के बकायेदारों को बकाये राशि को जमा करने हेतु ज़िले के सभी 27 नीलाम-पत्र पदाधिकारी द्वारा नोटिस निर्गत किया जा चुका है। उन्हें अंतिम अवसर देने के बाद भी कई बकायेदारों द्वारा ऋण की राशि संबंधित बैंको में जमा नही किया गया है, जिसके कारण उनके विरुद्ध बॉडी वारंट जारी किया गया है। डीएम ने सभी बैंकों के प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि वें नियमित रूप से संबंधित नीलम पत्र पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर रजिस्टर 9 एवं 10 का नियमित रूप से मिलान करेंगे। बैठक में अनुपस्थित बैंकों में प्रतिनिधि के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई हेतु सक्षम प्राधिकारी को संसूचित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि इसकी नियमित समीक्षा की जाएगी। बकायेदारों की गिरफ्तारी एवं उनकी संपत्ति की कुर्क की कार्रवाई करने हेतु सभी नीलाम-पत्र पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। समीक्षात्मक बैठक में पुलिस अधीक्षक सागर कुमार अपर समाहर्ता अमरेंद्र कुमार पंकज, ज़िला भू अर्जन पदाधिकारी संदीप कुमार, समाहर्ता के ओएसडी, कुंदन कुमार सिंह, सहित सभी नीलाम पत्र पदाधिकारी, विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि एवं सभी थानों के पुलिस पदाधिकारी उपस्थित हुए।
हिन्दुस्थान समाचार / धर्मेन्द्र सिंह