सोनीपत, 3 जनवरी (हि.स.)।
गन्नौर
नगरपालिका के उपाध्यक्ष दिनेश अदलखा के खिलाफ प्रस्तावित अविश्वास बैठक शुक्रवार को
एसडीएम मनीष कुमार फौगाट की अनुपस्थिति के कारण स्थगित हो गई। एसडीएम की अचानक तबीयत
खराब होने के कारण बैठक नहीं हो सकी। बैठक में 17 में से 14 पार्षद उपस्थित रहे, लेकिन
एसडीएम के न आने पर पार्षदों ने नगरपालिका कार्यालय के बाहर प्रशासन के खिलाफ जोरदार
नारेबाजी की। पार्षदों
ने आरोप लगाया कि प्रशासन राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है और बैठक को बार-बार स्थगित
कर रहा है।
उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वे दो बार एसडीएम से मिले थे, जिन्होंने
बैठक में आने का आश्वासन दिया था, लेकिन इस बार बिना पूर्व सूचना के वे अनुपस्थित रहे।
नाराज पार्षदों ने हाथों में गंगाजल लेकर प्रण किया कि वे अदलखा के खिलाफ एकजुट रहेंगे
और गन्नौर के विकास में रुकावट पैदा करने वाले नेतृत्व को हटाएंगे। पार्षदों
ने पालिका सचिव पवित्र गुलिया के माध्यम से उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आरोप
लगाया कि एसडीएम ने राजनीतिक व्यक्तियों के साथ साजिश कर बैठक में शामिल नहीं होकर
अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की। वार्ड नंबर एक, दाे, पांच, छह, सात, आठ, नाै, दस,11, 12, 13,
15, 16 और 17 के पार्षदों ने एकजुट होकर शिकायत की।
हाईकोर्ट में अपील की तैयारी
वार्ड
2 के पार्षद एडवोकेट कृष्ण लाल और वार्ड 11 के पार्षद एडवोकेट सतबीर शर्मा ने बताया
कि 20 नवंबर को उपायुक्त को 13 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव सौंपा था। हाईकोर्ट के
आदेश के बाद 13 दिसंबर को चर्चा के लिए तारीख निर्धारित की गई, लेकिन प्रशासन की ओर
से 29 दिसंबर को बैठक तय की गई, जिसे बाद में 3 जनवरी कर दिया गया। एसडीएम की अनुपस्थिति
को हाईकोर्ट के आदेशों की अवमानना बताते हुए पार्षद अब कोर्ट में अपील करेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना