अब बीआईएस केयर एप बताएगी उत्पादों की शुद्धता! भारतीय मानक ब्यूरो को वैश्विक पहचान दिलाने की तैयारी 

- 600 से अधिक उत्पादों पर निर्माण व विक्रय के लिए बीआईएस मानक चिह्न अनिवार्य

- आम नागरिकों का जीवन सुरक्षित बनाने के लिए बेहद आवश्यक है बीआईएस : सौरभ

देहरादून, 30 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा के निदेशक व प्रमुख सौरभ तिवारी ने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो के बनाए गए विभिन्न मानक आम नागरिकों का जीवन सुरक्षित बनाने के लिए बेहद आवश्यक है। बीआईएस मोबाइल केयर एप से इन उत्पादों की शुद्धता परखा जा सकता है।

देहरादून सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि मोबाइल केयर ऐप के माध्यम से उपभोक्ता घर बैठे असली और नकली उत्पादों की पहचान कर सकते हैं। मोबाइल ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 600 से अधिक ऐसे उत्पाद हैं, जिनके निर्माण, आयात व विक्रय के लिए बीआईएस मानक चिह्न अनिवार्य किए गए हैं।

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) मानक निर्माण गतिविधियों को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठा रहा है और अनुसंधान संस्थानों के साथ मानकों के विकास के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर रहा है। बीआईएस देहरादून शाखा कार्यालय ने राज्य के चार प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ एमओयू किया है। इसमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की, गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीबीपीयूएटी) पंतनगर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड और ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय शामिल हैं।

बीआईएस निदेशक ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो ने समाज के हर वर्ग के उत्थान की जिम्मेदारी ली है। बीआईएस देहरादून शाखा ने गोविंद बल्लभपंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीबीपीयूएटी) के साथ देश में किसानों के लिए पहला एमओयू हस्ताक्षरित किया है ताकि 'मानकीकृत कृषि प्रदर्शनी फार्म' (एसएडीएफ) विकसित किया जा सके। इसमें एक पायलट परियोजना चलाकर आईएसआई चिह्नित उत्पादों का उपयोग करने पर फसलों की गुणवत्ता और उत्पादकता में वृद्धि का मूल्यांकन किया जाएगा।

पुस्तिका बताएगी भारतीय मानकों का विवरण

सौरभ तिवारी ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो ने देश की कार्यकारी व्यवस्था में निर्णय लेने वाली सबसे छोटी इकाई यानी ग्राम पंचायतों को मानक चिह्नित उत्पादों के उपयोग के लाभों के बारे में जागरूक करने की जिम्मेदारी भी ली है। बीआईएस देहरादून शाखा कार्यालय ने ग्रामीण अवसंरचना विकास में सामान्यतः उपयोग किए जाने वाले उत्पादों और उनके संबंधित भारतीय मानकों का विवरण देने वाली एक पुस्तिका विकसित की है। इसके अलावा राज्य सरकार के संबंधित विभाग के सहयोग से उत्तराखंड राज्य की सभी ग्राम पंचायतों को मानकों के प्रति जागरूक किया है।

सरकारी विभागों को जागरूक भारतीय मानक ब्यूरो

उन्होंने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो राज्य सरकार के अधिकारियों के लिए भारतीय मानकों के बारे में क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी आयोजित कर रहा है। बीआईएस देहरादून शाखा कार्यालय ने लोक निर्माण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग, अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण, उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड आदि जैसे महत्वपूर्ण सरकारी विभागों को जागरूक किया है। आगामी कार्यक्रमों में सिंचाई विभाग, पेयजल विभाग आदि के साथ भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

विभिन्न भागों में कराया जा रहा उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम

निदेशक सौरभ ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो उपभोक्ता संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओएस) और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजीएस) के साथ सहयोग कर उपभोक्ताओं के बीच मानकीकरण के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहा है। बीआईएस देहरादून शाखा कार्यालय विभिन्न भागों में उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इसमें नुक्कड़ नाटक, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन्स की जागरूकता और आकाशवाणी पर साक्षात्कार आदि कार्यक्रम शामिल है।

उत्तराखंड के 268 स्कूलों में खोले जाएंगे मानक क्लब, छात्रों को बताएंगे मानक के महत्व

उन्होंने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो ने छात्रों को मानकों के महत्व और देश में बीआईएस द्वारा स्थापित मानकीकरण पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में शिक्षित करने की जिम्मेदारी ली है। इस संबंध में विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में मानक क्लब खोले जा रहे हैं। बीआईएस देहरादून शाखा कार्यालय ने 268 स्कूलों में मानक क्लब खोले हैं, जिनमें मुख्य रूप से सरकारी स्कूल शामिल हैं। इससे भावी पीढ़ी मानकों और जीवन को बेहतर बनाने के तरीके के बारे में जागरूक होगी।

हितधारकों को जागरूक बनाने और मानकों में सुधार के लिए 'मानक मंथन'

प्रमुख सौरभ तिवारी ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो ने मानकों को और अधिक मजबूत और अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए 'मानक मंथन' नामक हितधारकों के परामर्श कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की है। बीआईएस देहरादून कार्यालय ने सभी हितधारकों को जागरूक बनाने और मानकों में सुधार के लिए उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए विभिन्न मानक मंथन कार्यक्रमों का आयोजन किया है।

उपभोक्ताओं के अधिकारों को मजबूत करेगा बीआईएस केयर ऐप

भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा के संयुक्त निदेशक श्याम कुमार ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो ने उपभोक्ताओं के अधिकारों को मजबूत करने के लिए बीआईएस केयर ऐप के रूप में एक महत्वपूर्ण पहल की है। यह बीआईएस मानक चिह्नित उत्पाद की प्रामाणिकता की जांच करने और किसी भी कमी के मामले में शिकायत दर्ज करने के लिए स्मार्टफोन आधारित एप्लिकेशन है।

सार्वजनिक इंटरैक्शन प्लेटफार्मों की शुरुआत

भारतीय मानक ब्यूरो ने एक टोल-फ्री नंबर भी शुरू किया है, जिसमें कोई भी नागरिक अपने सवालों के लिए बीआईएस टीम के साथ संवाद कर सकता है। भारतीय मानक ब्यूरो ने उपभोक्ताओं की जिज्ञासाओं के लिए वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से सार्वजनिक संपर्क सुविधा जैसी नए डिजिटल आधारित सार्वजनिक इंटरैक्शन प्लेटफार्मों की शुरुआत की है।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

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