शिलापट्ट की सियासत में भाजपा के वर्तमान और पूर्व विधायक में घमासान,पूर्व विधायक ने दर्ज कराया एफआईआर

अररिया 26 सितम्बर (हि.स.)।

शिलापट्ट की सियासत को लेकर जिले के नरपतगंज के वर्तमान विधायक जयप्रकाश यादव और पूर्व विधायक देवयंती यादव आमने सामने है। दोनों ही भाजपा से ताल्लुकात रखते हैं और आमने सामने होने का मुख्य वजह पूर्व विधायक के शिलान्यास वाले शिलापट्ट को तोड़कर वर्तमान विधायक के नाम का शिलापट्ट लगाया जाना है।

इसे लेकर पूर्व विधायक देवयंती यादव ने बथनाहा थाना में बुधवार शाम को एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखित आवेदन दी,जिस पर प्राथमिकी भी दर्ज हो गई।वहीं प्राथमिकी दर्ज होने के बाद विधायक जयप्रकाश यादव ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल फारबिसगंज के अभियंता के साथ गुरुवार दोपहर अपने कार्यालय में मीटिंग कर मामले की जानकारी ली और शिलापट्ट तोड़े जाने के मामले में अपने को बेकसूर कहा और मिस्त्री लेबर और ठेकेदार को इसके लिए जिम्मेवार करार दिया । इन दोनों भाजपा के नेताओं के बीच शिलापट्ट की सियासत की तल्खी के बीच राजद के पूर्व विधायक अनिल यादव ने भी सोशल मीडिया पर चुटकी लेते हुए वर्तमान विधायक की इस कार्यशैली को ओछी राजनीति करार देते हुए सवाल खड़ा किया है।

विधायक जयप्रकाश यादव ने बुधवार शाम को अपनी पार्टी के पूर्व भाजपा विधायक देवयंती यादव के नाम के योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर लगे शिलापट्ट को हटवाकर ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल फारबिसगंज के द्वारा अपने नाम का शिलापट्ट लगवा लिया।जिससे गुस्साई पूर्व भाजपा विधायक देवयंती यादव ने बथनाहा थाना में ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल फारबिसगंज के कनीय अभियंता राज कुमार निराला और शकल देव पासवान सहित दस बारह अज्ञात के खिलाफ अपने विधायिकी काल में कराए गए कार्य और लगे बोर्ड और शिलापट्ट को हटाकर वर्तमान विधायक जयप्रकाश यादव के नाम का शिलापट्ट लगाए जाने का आरोप लगाई है।पूर्व विधायक देवयंती यादव ने अपने आवेदन में लिखी है कि बुधवार को उन्हे जानकारी मिली कि श्यामनगर वार्ड संख्या पंद्रह में उनके कार्यकाल में उनके द्वारा शिलान्यास कर लगाए गए योजना बोर्ड को ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल फारबिसगंज के कनीय अभियंता राज कुमार मंडल एवं शकल देव पासवान नामक व्यक्ति अन्य दस पंद्रह अज्ञात अज्ञात मजदूरों के साथ गाली गलौज करते हुए तोड़कर ट्रैक्टर पर लादा जा रहा है।जिस ट्रैक्टर पर शिलापट्ट और बोर्ड को तोड़कर लादा गया था वह बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के सोनालिका ट्रैक्टर होने की बात उन्होंने आवेदन में कही।

शिलापट्ट की इस सियासत के बीच पूर्व राजद विधायक अनिल यादव ने भी सोशल मीडिया पर इंट्री करते हुए लिखा है कि दो बार नरपतगंज से वे भी विधायक रहे हैं,लेकिन कभी भी पूर्व भाजपा विधायक जनार्दन यादव हो या देवयंती यादव,किसी ने कार्यशैली पर अंगुली में उठाया।उन्होंने लिखा कि पहले उनके द्वारा स्वीकृत कराए गए शिलान्यास वाले शिलापट्ट बदलने का घृणित योजना चलाया गया था।लेकिन अब तो वर्तमान विधायक विधायक की ओर से हद कर दी गई।उन्होंने लिखा कि अगर नरपतगंज के पहले विधायक स्व.डूमर लाल बैठा,पूर्व मंत्री सत्यनारायण यादव के भी शिलापट्ट पर वर्तमान विधायक अपना नाम गढ़वा ले तो कोई बड़ी अतिशयोक्ति नहीं होगी। उन्होंने इस तरह के सियासत को ओछी,अमानवीय राजनीति करार देते हुए राजनीति के इस घिनौने चेहरे को देख राजनीति से ही सन्यास लेने तक को इच्छा जाहिर कर दी।पूर्व विधायक अनिल यादव ने इस प्रकरण पर कई सवाल भी खड़े किए।

इधर इस मामले पर वर्तमान विधायक जयप्रकाश यादव ने कहा कि वह इस तरह के करतूत के लिए वह सोच भी नहीं सकता और ऐसा उनके संस्कार में भी नहीं है।उन्होंने इस प्रकरण को लेकर लेबर मिस्त्री और ठेकेदार को गलती होने की आशंका जाहिर की।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर

   

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