करनाह में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कदम उठा रही है : सीएम उमर अब्दुल्ला
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- Mar 08, 2025

जम्मू,, 8 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज पर्यटन आधारित आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए करनाह, केरन, माछिल और गुरेज जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में युवाओं को व्यावसायिक कौशल से लैस करके सशक्त बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों के अकुशल युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा जिससे वे पर्यटन क्षेत्र से संबंधित व्यवसायों में कौशल हासिल कर सकें।
मुख्यमंत्री जिनके पास पर्यटन विभाग भी है, ने करनाह जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के संबंध में विधायक जाविद अहमद मिरचल के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि करनाह में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और उन्होंने इसे और तलाशने की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा को बताया कि हमारा मानना है कि यहां पर्यटन की संभावनाएं हैं। हमें उस संभावना को तलाशने की आवश्यकता है। हाल ही में करनाह में महोत्सव आयोजित किए गए- बॉर्डर फेस्टिवल और योग फेस्टिवल। इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के बाहर के लोगों को करनाह की पर्यटन संभावनाओं और इसकी संस्कृति के बारे में बताना है। इस तरह की पहल के कारण हम धीरे-धीरे पर्यटन में वृद्धि देखना शुरू कर रहे हैं। इस कारण से स्थानीय लोगों को पर्यटन से लाभ मिलना चाहिए । मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग ने क्षेत्र में पेइंग गेस्ट हाउस और होमस्टे का पंजीकरण शुरू कर दिया है। अभी तक, करनाह में हमने छह होमस्टे और टीटवाल में पांच होमस्टे पंजीकृत किए हैं। अब मैं विधायक से इसमें हमारी मदद करने का अनुरोध करता हूं। अगर पर्यटकों को रखने के लिए कोई जगह नहीं है तो उन्हें लाने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि हम वहां बड़े होटल नहीं बनाना चाहते हैं। अगर बड़े होटल बनते हैं तो स्थानीय लोगों को उनका कोई फायदा नहीं होगा। फिलहाल हमें होमस्टे पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए, विधायकों को हमारी मदद करनी चाहिए और स्थानीय लोगों को इसमें शामिल करना चाहिए।
सदस्य नजीर अहमद खान गुरेजी के एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि सरकार करनाह, केरन, माछिल और गुरेज जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में अकुशल युवाओं की पहचान करेग, ताकि उन्हें आईटीआई और श्रीनगर के होटल प्रबंधन संस्थान में प्रशिक्षित किया जा सके ताकि पर्यटन से संबंधित कौशल और व्यापार विकसित किए जा सकें। उन्होंने कहा कि कल अपने बजट भाषण में मैंने कहा था कि हमारा ध्यान कौशल और उद्यमिता पर है ताकि युवाओं को कौशल से लैस किया जा सके और जम्मू-कश्मीर में अपना भविष्य बनाने के लिए उन्हें सहायता प्रदान की जा सके।
सदस्य सैफुल्लाह मीर ने इन स्थलों में स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास प्राधिकरण की स्थापना का सुझाव दिया। इससे पहले तारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि करनाह क्षेत्र अपने लुभावने परिदृश्य, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास रणनीतिक स्थान के लिए जाना जाता है। उन्होंने आगे कहा कि टीटवाल, नवगाबरा में करनू और बुदनंबल गांवों में प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन की संभावनाएं हैं। ि ये क्षेत्र लुभावने परिदृश्य, हरे-भरे घास के मैदान और सांस्कृतिक महत्व प्रदान करते हैं जो उन्हें पर्यटन के लिए आकर्षक स्थल बनाते हैं। इन क्षेत्रों में प्रकृति पर्यटन, साहसिक पर्यटन और सीमा पार विरासत पर्यटन की क्षमता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग ने इन गांवों को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए कई पहल की हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी गुप्ता