राजभवन असम और पावन चिंतन धारा आश्रम के मध्य हुआ करार

दिल्ली में असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य की मौजूदगी में असम राजभवन एवं पावन चिंतन धारा आश्रम के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने का दृश्य।

-राज्यपाल असम प्रतिभा प्रोत्साहन योजना युवाओं के सपनों को साकार करने का एक साधन : राज्यपाल आचार्य

गुवाहाटी, 27 सितंबर (हि.स.)। सिविल सेवा उम्मीदवारों के लिए असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य की पहल को अंतिम रूप देते हुए, राजभवन असम ने शुक्रवार को नई दिल्ली के असम भवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल की उपस्थिति में पावन चिंतन धारा आश्रम के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

राज्यपाल के आयुक्त एवं सचिव एसएस मीनाक्षी सुंदरम और सचिव डॉ. कविता अस्थाना ने राजभवन असम और पवन चिंतन धारा आश्रम की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन, जो असम के राज्यपाल की प्रतिभा प्रोत्साहन योजना 2024-25 का एक हिस्सा है, इस पहल को लागू करने और इसके उचित और तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने की दिशा में एक कदम है।

इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य ने कहा कि असम अपने प्राकृतिक संसाधनों की तरह ही मानव संसाधनों के मामले में भी बहुत समृद्ध है। राज्य के युवा बहुत सक्षम हैं और उन्हें सही मंच दिए जाने पर वे आगे बढ़ेंगे और राज्य का नाम रोशन करेंगे। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए और युवाओं को आगे बढ़ने के लिए सही मंच प्रदान करते हुए, राजभवन असम ने राज्यपाल असम प्रतिभा प्रोत्साहन योजना नामक योजना तैयार की। राज्यपाल ने कहा कि इस योजना के तहत असम के होनहार युवाओं को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षाओं की कोचिंग के लिए निःशुल्क सही मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जाएगी।

राज्यपाल ने कहा, यह पहल न केवल हमारे उम्मीदवारों की क्षमताओं को सशक्त करेगी बल्कि, उनके सपनों को साकार करने में भी उनकी सहायता करेगी। इस योजना के माध्यम से, असम के प्रतिभाशाली युवाओं को अपने उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में समर्थन प्राप्त होगा और यह राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान होगा। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह पहल युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और उन्हें जीवन में सफलता के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने में मदद करेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय

   

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