रूपनगढ़ जमीनी विवाद: फायरिंग से हत्या मामले में पंद्रह नामजद, दस गिरफ्तार

रूपनगढ़ जमीनी विवाद: फायरिंग से हत्या मामले में 15 नामजद, 10 गिरफ्तार

-वारदात में प्रयुक्त दस वाहन सीज, अपराधियों की सम्पत्ति की जांच शुरू

अजमेर, 27 सितम्बर(हि.स)। अजमेर जिले क़े किशनगढ़ उपखण्ड स्थित रूपनगढ़ में पिछले दिनों जमीनी विवाद के चलते गोली लगने से एक युवक की मौत के मामले में पुलिस ने कुल 15 आरोपिताें को नामजद किया है इनमें दस को गिरफ्तार कर लिया गया है, पांच मुख्य आरोपित फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, पुलिस ने उन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया हुआ है। जिन दस आरोपिताें को पकड़ा गया है उनमें से 6 वारदात में शामिल मौके पर थे जबकि शेष चार ने वारदात के षडयंत्र में अहम भूमिका निभाई थी। पुलिस ने फरार आरोपिताें की तलाश में टीमें गठित कर फील्ड में भेजा हुआ है, जल्दी ही अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। पुलिस ने वारदात में काम लिए गए दस वाहनों को भी पकड़े गए अपराधियों से अपने कब्जे में लिए हैं।

अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने शुक्रवार को मामले का खुलासा करते हुए यह कहा। एसपी राणा ने अपना इरादा बताते हुए कहा कि अपराधियों की जड़ तक पहुंच कर उसको नष्ट करना उनका लक्ष्य है। पुलिस के 40 से ज्यादा कर्मचारियों को छोटी छोटी टीमों में बांटा गया है। आम सूचना संकलन कर, तकनीकी साधनों का इस्तेमाल कर जो सभी संभव हथियार हैं उन्हें इस्तेमाल कर अपराधियों तक पहुंचा जाएगा और उनके जड़ पर हमला कर उसे समूल नष्ट किया जाएगा।

एसपी वंदिता राणा ने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता जमीनी विवाद में गोलीबारी करने वाले अपराधियों को पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे भेजने की है। जमीन किसकी है, जांच अनुसंधान करना दूसरा विषय है। उससे संबंधित भी दस्तावेज देखे जा रहे हैं। इस मामले में यदि कही संबंधित क्षेत्र की थाना पुलिस की लापरवाही भी सामने आई तो निश्चित ही एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे स्वयं के मुंह से कोई टिप्पणी नहीं करेंगी एवं ऐसा कुछ नहीं कहना चाहती कि वारदात गैंगवार है अथवा कुछ अलग। मामले में जो भी अपराधी हैं उनके जड़ तक पहुंचा जाएगा।

एसपी राणा ने बताया कि रूपनगढ में जघन्य हत्याकांड व फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले बीआरसी ग्रुप के 10 आरोपिताें को गिरफ्तार किया है। घटना में शामिल छह आरोपित बांदरसिंदरी निवासी नंदलाल उर्फ नंदा 44, रूपनगर निवासी रामदेव 29, अर्जुन लाल 30, दूदू निवासी कमलेंद्र उर्फ कैलाश 32, अलवर निवासी आसम खां 43, रूपनगर निवासी मुकेश 22 को गिरफ्तार किया गया है।

एसपी ने बताया कि इसके साथ ही वारदात के षडयंत्र में शामिल बांदरसिंदरी निवासी रामजीलाल 34, रतनलाल 33, नरेंद्र 23, शिवराज 41 को गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ जारी है।

वारदात में शामिल पांच मुख्य आरोपिताें पर इनाम घोषित किया गया है जिनकी तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपिताें की प्रॉपर्टी के बारे में भी दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। इसके साथ ही इनको और किस-किस ने सहयोग किया उनके बीच जांच की जा रही है। वारदात में नामजद मुख्य आरोपिताें राजवीर फौजी, दिनेश चौधरी, नारू, पुखराज, हनुमान की तलाश जारी है। इनमें बलभाराम के दो भतीजे भी शामिल हैं। घटना में राजवीरफौजी नाम के व्यक्ति के द्वारा फायरिंग की गई थी।

एसपी वंदिता राणा ने बताया कि सरपंच के खिलाफ पूर्व में दर्ज मुकदमों पर भी जांच की जा रही है। उन मुकदमों का रिव्यू किया जा रहा है। मामले में किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं मामले में जेल में बंद बलभाराम से भी पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त के बीची दसों आरोपिताें को किशनगढ़ अदालत में प्रस्तुत किया। पुलिस आरोपिताें से पूछताछ कर रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष

   

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