डोगरी कविता का जश्न मनाने के लिए साहित्य मंच का आयोजन किया

डोगरी कविता का जश्न मनाने के लिए साहित्य मंच का आयोजन किया


जम्मू, 28 फ़रवरी । जम्मू और कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी (जेकेएएसीएल) ने साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के सहयोग से जम्मू के केएल सैगल हॉल में एक शानदार साहित्यिक कार्यक्रम साहित्य मंच का आयोजन किया। डोगरी कविता की समृद्धि को समर्पित इस कार्यक्रम में प्रख्यात कवि और साहित्य प्रेमी एक साथ आए और दर्शकों को एक आकर्षक अनुभव प्रदान किया। इस साहित्यिक समागम में डॉ. ओम गोस्वामी, ओम विद्यार्थी, मंगल दास डोगरा और टी आर मगोत्रा ​​सहित प्रसिद्ध डोगरी कवि शामिल हुए जिन्होंने अपनी भावपूर्ण कविताओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गहरी भावनाओं और सांस्कृतिक सार से बुनी गई उनकी रचनाओं ने परंपरा, समकालीन जीवन और डोगरी भाषा की सुंदरता के विषयों पर प्रकाश डाला।

सत्र की अध्यक्षता पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित और प्रख्यात डोगरी कवि मोहन सिंह ने की जो साहित्य अकादमी, नई दिल्ली में डोगरी के संयोजक भी हैं। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने क्षेत्रीय साहित्य को बढ़ावा देने में साहित्य मंच जैसे मंचों के महत्व को रेखांकित किया और डोगरी साहित्य में उनके अमूल्य योगदान के लिए कवियों की सराहना की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जेकेएएस सचिव हरविंदर कौर की उपस्थिति ने इसे और समृद्ध बनाया। अपने संबोधन में उन्होंने डोगरी भाषा और साहित्य को बढ़ावा देने में जेकेएएसीएल और साहित्य अकादमी के संयुक्त प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में साहित्य की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और युवा लेखकों को डोगरी साहित्य से सक्रिय रूप से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। साहित्य मंच की संवादात्मक और गहन प्रकृति ने इसे एक उल्लेखनीय साहित्यिक अनुभव बना दिया जिसने कवियों और साहित्य प्रेमियों के बीच गहन चर्चा को बढ़ावा दिया

   

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