पहले ही मैच में गोल दागकर चमकी साक्षी राणा, बोलीं- लक्ष्य था डेब्यू मैच में स्कोर करना

नई दिल्ली, 07 मार्च (हि.स.)। महज 17 साल की उम्र में भारतीय हॉकी टीम में जगह बनाने वाली साक्षी राणा ने एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2024-25 में शानदार प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए इस टूर्नामेंट में साक्षी ने अपने सीनियर इंटरनेशनल करियर का आगाज किया और पहले ही मैच में स्पेन के खिलाफ बेहतरीन फील्ड गोल दागकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।

पहले ही मैच में मिले मौके को साक्षी ने पूरी तरह भुनाया, हालांकि भारतीय टीम को इस मुकाबले में 3-4 से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने स्पेन और जर्मनी के खिलाफ भी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया।

डेब्यू का बेसब्री से इंतजार था

साक्षी

अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय सीनियर प्रतियोगिता के अनुभव को साझा करते हुए साक्षी ने हॉकी इंडिया के हवाले से कहा, मैं लंबे समय से अपने डेब्यू का इंतजार कर रही थी, इसलिए यह दिन मेरे लिए बेहद खास था। मुझे ज्यादा घबराहट नहीं हुई क्योंकि सीनियर खिलाड़ियों ने मुझे पूरा समर्थन दिया और कहा कि पहले मैच में कोई गलती नहीं होती, बस खुलकर खेलना है।

साक्षी का यह गोल उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा का शानदार उदाहरण था। उन्होंने विपक्षी टीम पर आक्रामक प्रेसिंग की, सही समय पर टैकल कर गेंद छीनी और फिर बैकहैंड शॉट मारते हुए गेंद को गोल में पहुंचा दिया। इस खास लम्हे को याद करते हुए साक्षी ने कहा, मेरा लक्ष्य था कि डेब्यू मैच में ही स्कोर करूं, इसलिए मैं पूरी तरह से तैयार थी। जब मैंने गेंद छीनी और देखा कि मेरे आसपास कोई नहीं है, तो मैंने तुरंत शॉट मारा। जैसे ही गोल हुआ, स्टेडियम में शोर गूंज उठा और मुझे अहसास हुआ कि मैंने गोल कर दिया है। यह मेरे लिए अविस्मरणीय क्षण था।

कोच हरेंद्र सिंह ने दिखाया भरोसा

टीम चयन के दौरान साक्षी को शुरुआत में स्टैंडबाय सूची में रखा गया था, लेकिन मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने उनके हुनर और मेहनत को पहचानते हुए उन्हें अंतिम टीम में शामिल कर लिया। इस पर साक्षी ने कहा, जब उन्होंने (हरेंद्र सिंह) मुझे बताया कि मैं खेलने जा रही हूं, तो उन्होंने कहा कि वे मुझे नहीं, बल्कि मेरे खेल को चुन रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे गोल करने का मौका मिलेगा और सीनियर खिलाड़ी मेरी मदद करेंगे। जब मैंने गोल किया, तो कोच ने मुझे गले लगाया, जो मेरे लिए बेहद खास पल था।

अब लक्ष्य जूनियर वर्ल्ड कप जीतना

अपने प्रदर्शन से आत्मविश्वास हासिल करने के बावजूद साक्षी को लगता है कि उन्हें अपनी गति पर और मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा, मैंने हाल ही में हॉकी इंडिया लीग और प्रो लीग में विदेशी खिलाड़ियों के खिलाफ खेला है और महसूस किया कि अब खेल पूरी तरह गति पर निर्भर करता है। खासकर, एक फॉरवर्ड खिलाड़ी होने के नाते मुझे और तेज होना होगा, इसलिए अब मैं अपनी स्पीड पर काम करूंगी।

साक्षी भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम का अहम हिस्सा थीं, जिसने पिछले साल जूनियर एशिया कप में स्वर्ण पदक जीता था। अब उनकी नजरें इस साल चिली में होने वाले जूनियर वर्ल्ड कप पर टिकी हैं। उन्होंने कहा, मेरा पूरा फोकस जूनियर वर्ल्ड कप पर है और मैं इसके लिए कड़ी मेहनत कर रही हूं। निरंतर अभ्यास और समर्पण के साथ, मेरा लक्ष्य भारत के लिए एक और पदक जीतने में योगदान देना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

   

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