बजट सत्र : होम बायर्स के साथ धोखा करने वालों को पाताल से खोज लाएंगे : योगी

-यूपी विधान सभा में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ-बुधावार काे पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित

लखनऊ, 4 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधान सभा में बजट पर चर्चा के दौरान अपना वक्तव्य रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा की सरकार ने प्रदेश के हर जिले में वन डिस्ट्रक्ट वन माफिया पैदा किए थे। अंसल की समस्या आपकी देन है। आप ने ही उसे बढ़ाया था। अगर होम बायर के साथ धोखा हुआ तो उनकी सारी सम्पत्ति जब्त करके उसकी भरपाई की जाएगी। गड़बड़ी करने वाला अगर पाताल में भी जाकर छिपेगा तो उसे खोज कर लाएंगे और उसे सजा दिलवाएंगे। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने सिलसिलेवार विपक्ष पर हमला बोलते हुए अपनी सरकारी उपलब्धियां गिनाईं और बजट को सराहा।बजट पर चर्चा में शामिल मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में डिजिटल क्रांति आई है। 2017-18 में 122.84 करोड़ का डिजिटल ट्रांजेक्शन था। 2024-25 में बढ़कर (दिसंबर 2024 तक) 1024.41 करोड़ डिजिटल ट्रांजेक्शन यूपी से हुआ है। डिजिटल लेनदेन में यूपी देश में नंबर एक है। आधे से अधिक लेनदेन यूपीआई के माध्यम से हुए हैं।

गांवों तक इंटरनेट व वाईफाई की मिली है सुविधामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डिजिटल ट्रांजेक्शन यह दिखाता है कि डिजिटल बैंकिंग आसान हुई है। गांवों तक इंटरनेट, वाई-फाई की सुविधा मिली है। वित्तीय जागरूकता व उपक्रमों की पर्याप्त संख्या उपलब्ध हुई है। बैंकों की संख्या 20416, बैंक मित्र व बीसी सखी चार लाख 932, 18747 एटीएम तथा चार लाख 40 हजार बैंकिंग केंद्रों के माध्यम से प्रदेशवासियों को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

डीबीटी ने भ्रष्टाचार की कमर पर किया सबसे कठोर प्रहारनेता सदन ने कहा कि डीबीटी ने भ्रष्टाचार की कमर पर सबसे कठोर प्रहार किया है। डीबीटी बजरंग बली की गदा है जो बेईमानी व भ्रष्टाचार पर कठोर प्रहार कर रही है। डीबीटी में लाभार्थी का पैसा सीधे खाते में पहुंच रहा है। 11 विभागों की 207 योजनाएं (113 केंद्रीय व 94 राज्य सेक्टर) हैं। प्रदेश में एक वर्ष में 9 करोड़ 8 लाख से अधिक लोगों तक एक लाख 11 हजार 637 करोड़ का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया गया है। डीबीटी ट्रांजेक्शन के कारण प्रदेश को 10 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है। उन्होंने बताया कि यूपी में अप्रैल 2000 से जून 2017 तक 3303 करोड़ रुपये का एफडीआई (फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट) आया था। 2017 से 2024 तक यूपी में 14 हजार 8 करोड़ रुपये से अधिक का एफडीआई आया है। यह बताता है कि प्रदेश सही दिशा में आगे बढ़ा है।

अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है बैंकिंग तंत्रयोगी ने कहा कि बैंकिंग तंत्र अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है। 2016-17 में यूपी में बैंकों में 12 लाख 75 हजार करोड़ रुपये जमा होते थे, जबकि 2024-25 में यह राशि 29 लाख 66 हजार करोड़ रुपये हो गई यानी सवा दो गुने से अधिक जमा हुए हैं। 2016-17 में प्रदेश का सीडी रेसियो मात्र 44-45 फीसदी था, जो बढ़कर आज 61 फीसदी पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि आरबीआई बुलेटिन में कहा गया कि बैंक व वित्तीय संस्थाओं से प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग के लिए फंड आकर्षित करने में 16.2 प्रतिशत की रेट से यूपी देश में शीर्ष पर है। प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत संपूर्ण वित्तीय समावेशन की योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना व अटल पेंशन स्कीम में यूपी नंबर एक पर है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना में यूपी नंबर दो और पीएम स्वनिधि योजना में स्ट्रीट वेंडर्स को सर्वाधिक ऋण देने में यूपी देश में प्रथम है। सर्वाधिक आयकर रिटर्न भरने वालों में यूपी देश में नंबर दो पर आ चुका है। हमारे यहां इनकम टैक्स रिटर्न भरे जा रहे हैं। इसका प्रमाण है कि यूपी की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।

पिछले सात-आठ वर्ष के अंदर लगातार घटी है बेरोजगारी दरयोगी ने प्रदेश के अंदर बेरोजगारी दर पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में बेरोजगारी दर 17 से 19 फीसदी थी, लेकिन पिछले सात-आठ वर्ष के अंदर यह लगातार घटी है। 2023-24 में बेरोजगारी दर 3.4 फीसदी है। देश के अंदर अन्य राज्यों की बेरोजगारी दर अलग-अलग है। जम्मू-कश्मीर में 6.7 फीसदी, केरल में 7 फीसदी, पंजाब में 6.1 फीसदी व हिमाचल प्रदेश में 4.3 फीसदी है। तंज कसते हुए उन्होंने सदन को बताया कि 20 करोड़ बेरोजगारी भत्ता बांटने के लिए समाजवादी पार्टी ने समारोह के आयोजन में ही 15 करोड़ रुपये खर्च कर दिए थे।

नाविक परिवार की सक्सेस स्टोरीमुख्यमंत्री ने कहा कि पांच नए आस्था के कॉरिडोर प्रयागराज महाकुम्भ में बने हैं। उसका लाभ पूरे प्रदेश में मिला और इन पांच कॉरिडोर में प्रयागराज से मां विंध्यवासिनी धाम और काशी के लिए एक, प्रयागराज से अयोध्या और गोरखपुर के लिए दो, प्रयागराज से श्रंग्वेरपुर और लखनऊ-नैमिषारण्य के लिए तीन, प्रयागराज से लालापुर, राजापुर और चित्रकूट का चौथा और प्रयागराज से मथुरा-वृंदावन और शुकतीर्थ का पांचवां कॉरिडोर है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे थे। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि नाविकों के शोषण को लेकर भी आपने चर्चा की। आपका कहना है कि हमने उनकी देखभाल नहीं की। मैं एक नाविक परिवार की एक सक्सेस स्टोरी यहां बता रहा हूं। एक नाविक परिवार जिनके पास 130 नौकाएं थीं, 45 दिनों की अवधि में इन लोगों ने शुद्ध बचत की है 30 करोड रुपये की। यानी एक नाव ने 45 दिनों में 23 लाख रुपये की कमाई की है। प्रतिदिन की अगर आप उनकी बचत देखेंगे तो यह लगभग 50 से लेकर 52000 तक की इनकम की है। प्रयागराज में नाविकों के लिए भी हमने पैकेज की घोषणा की है।

हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला

   

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