घूमंतू पशुओं की संख्या में कमी लाने के लिए हो रही पशु गणना

- अयोध्या में की जा रही 16 प्रकार के पशुओं की 21 वीं गणना

- पशु गणना के साथ पशुपालक की आर्थिक स्थिति का भी होगा आकलन

अयोध्या, 27 सितंबर (हि.स.)। पशुधन विभाग की ओर से जनपद में डोर टू डोर पशुओं की गणना का कार्य प्रारम्भ हो गया है। यह पशु गणना पशुपालकों व किसानों के हित में एक बड़ा सार्थक कदम साबित होने वाला है। इस पशु गणना के साथ ही साथ पशुपालकों की आर्थिक गणना भी की जाएगी। वैसे तो पशु गणना हर पांच वर्ष में कराई जाती है, किन्तु उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य प्रांतों में भी कराई जा रही यह पशु गणना एक विशेष तरीके से की जा रही है। इसमें गणना के सभी आंकड़ें मोबाइल एप पर अपलोड किए जाएंगे। मतलब यह कि अयोध्या जनपद में होने वाली पशु गणना पूरी तरह से डिजिटल होगी।

पशु गणना का क्या है मकसद

प्रदेश की योगी सरकार की और से कराई जाने वाली 21वीं पशु गणना का मकसद यह है कि घूमते पशुओं से किसानों को निजात दिलाई जा सके। पशु गणना होने के बाद कोई भी पशुपालक अपने पशुओं को छुट्टा नहीं छोड़ सकेगा। इससे जनपद में घुमंतू पशुओं की संख्या पर लगाम लग सकेगी। इसके अलावा योगी सरकार पशुपालकों की आर्थिक स्थिति से भी परिचित हो सकेगी। पशुगणना के साथ-साथ पशु स्वामी की शैक्षिक योग्यता, कृषि से सम्बन्धित स्थिति, सामाजिक स्थिति का भी आकलन किया जाएगा।

सीवीओ ने पशु गणना को लेकर दी जानकारी

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीएसएम प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया अयोध्या में 423375 हाउस होल्ड में 131 ग्रामीण गणनाकर्ता एवं शहरी क्षेत्र में 13 गणनाकर्ता और 21 सुपरवाइजर को पशु गणना की जिम्मेदारी दी गई है। इस कार्य में पंचायत विभाग के कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है। दिसम्बर माह तक पशु गणना का कार्य चलेगा। इस पशु गणना में 16 प्रकार के पशुओं की गणना की जाएगी। जिसमें गौवंश, भैंस, बकरी, भेड़, सूअर, मुर्गा-मुर्गी सहित 16 किस्म के पशुओं को गणना मे शामिल किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय

   

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