कठुआ के बनी में पहली बार सरथल विंटर फेस्टिवल आयोजित, सोनाली डोगरा के लोकगीतों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

कठुआ/बनी 22 जनवरी (हि.स.)। पर्यटन को बढ़ावा देने और क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता को उजागर करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जिला प्रशासन ने बनी उपमंडल में लुभावनी सरथल घाटी में पहली बार विंटर फेस्टिवल का आयोजन किया।

इस फेस्टिवल का उद्घाटन मंडलायुक्त जम्मू रमेश कुमार ने किया। इस अवसर पर 3500 से अधिक आगंतुक एकत्रित हुए और इस अवसर पर आकर्षक गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में युवाओं ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया और इस कार्यक्रम को शानदार प्रतिक्रिया मिली। इस कार्यक्रम ने स्थानीय प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने और समुदाय को जोड़ने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान किया। इस अवसर पर बोलते हुए मंडलायुक्त जम्मू रमेश कुमार ने इस पहल की प्रशंसा की और सरथल घाटी जैसे कम खोजे गए पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने में ऐसे फेस्टिवल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शीतकालीन महोत्सव न केवल संस्कृति और रोमांच का उत्सव है, बल्कि इस क्षेत्र की अपार पर्यटन क्षमता को साकार करने की दिशा में एक कदम भी है। हमारा लक्ष्य सरथल घाटी को प्रकृति और रोमांच प्रेमियों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में मानचित्र पर लाना है। उन्होंने बताया कि बनी में डग्गर में ग्रीष्मकालीन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, बनी की एक और खूबसूरत घाटी जो क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही को बढ़ावा देगी।

महोत्सव का मुख्य आकर्षण अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायिका सोनाली डोगरा का मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रदर्शन था, जिन्होंने डोगरी हिंदी, पंजाबी लोकगीतों के भावपूर्ण मिश्रण से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके प्रदर्शन ने भीड़ को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसने एक अविस्मरणीय कार्यक्रम के लिए माहौल तैयार कर दिया। आकर्षण में इजाफा करते हुए प्रामाणिक पहाड़ी व्यंजन ने आगंतुकों को क्षेत्र की पाक विरासत का स्वाद चखाया। रस्साकशी प्रतियोगिताओं से लेकर रोमांचकारी विविध मजेदार गतिविधियों तक, बर्फ से ढके पहाड़ों की पृष्ठभूमि में मौज-मस्ती से भरी गतिविधियों ने जीवंत माहौल को और बढ़ा दिया। बनी के विधायक डॉ. रामेश्वर सिंह ने पहले महोत्सव के आयोजन में जिला और उप-मंडल प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल सरथल घाटी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता को प्रदर्शित करने में एक लंबा रास्ता तय करेगी, साथ ही पर्यटन में वृद्धि के माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी।

डीसी कठुआ डॉ. राकेश मिन्हास ने अपने संबोधन में विभिन्न हितधारकों के सहयोगात्मक प्रयासों पर प्रकाश डाला और जनता को आश्वासन दिया कि इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के और भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह उत्सव सरथल घाटी को शीतकालीन पर्यटन के केंद्र में बदलने की हमारी यात्रा की शुरुआत मात्र है। हम देश भर से पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मेले में पैराग्लाइडिंग, स्नोस्केटिंग, वॉलीबॉल और अन्य खेल गतिविधियां भी शामिल थीं, इसके अलावा सरथल घाटी पूरे दिन कई मजेदार गतिविधियों से गुलजार रही। सरथल घाटी में शीतकालीन महोत्सव संस्कृति, रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का एक आदर्श मिश्रण था, जो आगंतुकों को यादगार यादें और क्षेत्र की पर्यटन क्षमता के लिए नए सिरे से सराहना देता है। इस अवसर पर पर्यटन निदेशक जम्मू विकास गुप्ता, एडीसी कठुआ रंजीत सिंह, सीईओ एलएसडीए अजीत सिंह, एसडीएम हीरानगर राकेश कुमार, एसडीएम बनी गियास उल हक, प्रतीक अनिल, सीपीओ रंजीत ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया

   

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