शाही महात्मा ड्रग रैकेट के 16 सदस्य गिरफ्तार, अब तक 62 काबू

शिमला, 21 नवंबर (हि.स.)। शिमला पुलिस ने अप्पर शिमला के ठियोग और कोटखाई क्षेत्र में सक्रिय इंटरस्टेट ड्रग तस्करी के एक बड़े गिरोह पर शिकंजा कसा है। शाही महात्मा के नाम से चर्चित यह गिरोह पिछले कई सालों से हिमाचल के विभिन्न इलाकों में चिट्टा (हेरोइन) तस्करी में लिप्त था। पुलिस ने गुरुवार को इस गिरोह के 16 सदस्यों को एक ही दिन में गिरफ्तार किया है। अब तक पुलिस इस गिरोह के कुल 62 सदस्यों को काबू चुकी है।

इस कार्रवाई की अगुआई एसडीपीओ ठियोग सिद्धार्थ शर्मा और कोटखाई और ठियोग के एसएचओ द्वारा की जा रही है, जिनकी देखरेख में विशेष सेल ने इस मामले की गहन जांच की। जांच के बाद शाही महात्मा गैंग के कई अन्य सदस्यों की पहचान की गई और उन्हें धर दबोचा गया। यह गिरोह पिछले तीन-चार वर्षों से रोहडू और चिड़गांव क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर तस्करी को अंजाम दे रहा था। इस गिरोह से जुड़े लोगों द्वारा तस्करी के जरिए अर्जित धन का अनुमान सात-आठ करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में शिमला जिले के विभिन्न क्षेत्रों के निवासी शामिल हैं। आरोपियों में रोहड़ू निवासी यशवंत सिंह (53 वर्ष), प्रदीप चौहान (25 वर्ष), ललित ठाकुर (29 वर्ष), बृज मोहन (35 वर्ष), प्रशांत राठौर (30 वर्ष), साहिल ठाकुर (29 वर्ष), हितेश ठाकुर (27 वर्ष), हर्ष (29 वर्ष), सार्थक सूद (27 वर्ष), कुणाल (27 वर्ष), जतिन ठाकुर (27 वर्ष) और जुब्बल निवासी श्रेयर मेहता (27 वर्ष), चिड़गांव निवासी अमन नेगी (24 वर्ष), रवेेश (32 वर्ष), विजेन्द्र रावत (35 वर्ष) और मोहित ठाकुर (25 वर्ष) शामिल हैं।

जांच में यह भी सामने आया कि शाही महात्मा गैंग न केवल हिमाचल प्रदेश, बल्कि जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों में भी ड्रग्स का अवैध कारोबार चला रहा था। पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ विस्तृत जांच की और सभी सदस्य एक-एक करके गिरफ्तार किए। गिरोह का प्रमुख शाही महात्मा (शशि नेगी था) पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था और अब इस गिरोह के बाकी सदस्य भी पुलिस के गिरफ्त में हैं।

पुलिस के मुताबिक गिरोह के सदस्यों ने पेशेवर तरीके से ड्रग्स की तस्करी की थी। इन लोगों ने पूरे नेटवर्क को छिपाकर, बड़ी मात्रा में चिट्टा पंजाब, जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों से लाकर हिमाचल में बेचा। पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ कई महीनों तक गुप्त तरीके से जांच की और इस मामले में अहम सबूत जुटाए तथा इसके बाद यह गिरफ्तारी की गई।

ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई जारी: एसपी शिमला

शिमला के एसपी संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस की यह कार्रवाई ड्रग्स के खिलाफ जारी संघर्ष का हिस्सा है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस तरह के संगठित अपराधों पर कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस की कोशिशें जारी रहेंगी और जो लोग इस तरह के अवैध कारोबार में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

उन्होंने जनता से अपील की है कि वे ड्रग्स से संबंधित किसी भी जानकारी को तुरंत पुलिस तक पहुंचाएं ताकि इस तरह के अपराधों को रोका जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस विभाग ड्रग्स के खिलाफ और भी सख्त कदम उठाएगा और इस मुद्दे पर कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।

इस तरह पकड़ा गया शाही महात्मा गैंग

इस गिरोह का पर्दाफाश तब हुआ, जब इसी साल कोटखाई पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने सूचना के आधार पर एक टैक्सी को रोककर उसकी तलाशी ली, जिसमें जम्मू कश्मीर निवासी मुद्दसीर अहमद जा रहा था। पुलिस ने उसकी तलाशी के दौरान 468 ग्राम चिट्टा बरामद किया। पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि शाही महात्मा के निर्देश पर यह नशे की खेप रोहडू ले जाई जा रही थी। इसके बाद पुलिस ने शाही महात्मा को गिरफ्तार किया और उसकी गिरफ्तारी के बाद गिरोह के अन्य सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की गई। पुलिस ने जांच में यह भी पाया कि शाही महात्मा बागवानी के आड़ में चिट्टा तस्करी के कारोबार को अंजाम दे रहा था।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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