शिवसेना हिंदुस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में नशा विरोधी अभियान शुरू किया

जम्मू, 24 नवंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में अरनिया, आरएस पुरा, बिश्नाह और रामगढ़ ब्लॉक के शिवसेना हिंदुस्तान के सदस्यों ने क्षेत्र में नशे की लत के खिलाफ प्रयासों को तेज करने का संकल्प लिया।

बैठक में राज्य उपाध्यक्ष बलवीर कुमार और आरएस पुरा ब्लॉक अध्यक्ष कैप्टन गारा राम सहित प्रमुख राज्य और ब्लॉक नेताओं की सक्रिय भागीदारी देखी गई, साथ ही कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और समुदाय के सदस्यों ने भी भाग लिया।

केसरी ने बढ़ते नशे के खतरे से निपटने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं, कानून प्रवर्तन और परिवारों को शामिल करते हुए सामूहिक कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं और यहां तक ​​कि स्कूलों में बच्चों को निशाना बनाने वाले ड्रग तस्करों के बढ़ते प्रभाव के बारे में चेतावनी दी। उन्होंने कहा महिलाओं का भी ड्रग्स बेचने के लिए शोषण किया जा रहा है और समाज को इन तस्करों को बेनकाब करने और रोकने के लिए एकजुट होना चाहिए। जम्मू-कश्मीर में नार्को-आतंकवाद में खतरनाक वृद्धि की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए केसरी ने कहा कि इस क्षेत्र में 2021 से हेरोइन की खपत और नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों में वृद्धि देखी गई है।

उन्होंने इस प्रवृत्ति को पाकिस्तान समर्थित मादक पदार्थों की तस्करी से जोड़ा जिसे उन्होंने सीमावर्ती राज्यों को अस्थिर करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास बताया। केसरी ने बताया नशीले पदार्थ न केवल हमारे युवाओं के जीवन को बर्बाद कर रहे हैं बल्कि आतंकवाद को भी बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे नशीली दवाओं की लत संज्ञानात्मक क्षमताओं को कमजोर करती है जिससे युवा लोग कट्टरपंथीकरण और आतंकी नेटवर्क द्वारा शोषण के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं। मादक पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद के बीच गठजोड़ को एक गंभीर सुरक्षा खतरा बताते हुए केसरी ने सभी हितधारकों से इस खतरे से निपटने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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