सीखड़ बना मक्का उत्पादन का ‘हब’, मेहनती किसानों को देख मंत्रमुग्ध हुए कृषि मंत्री
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- Apr 18, 2025

लक्ष्य से दोगुनी पैदावार, गांव में गूंजा बदलाव का बिगुल
मीरजापुर, 18 अप्रैल (हि.स.)। जहां चाह, वहां राह—इस कहावत को मीरजापुर के सीखड़ ब्लॉक ने एक बार फिर सच कर दिखाया है। चुनार तहसील के इस ग्रामीण अंचल ने मक्का की पैदावार में वह करिश्मा कर दिखाया है, जो पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बन गया है। प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही जब शुक्रवार को रामगढ़ कला गांव पहुंचे, तो खेतों में लहलहाती फसलों को देख वे खुद को मुस्कुराने से नहीं रोक पाए।
मंत्री शाही ने बताया कि जिले में ज़ायद सत्र के लिए मक्का उत्पादन का लक्ष्य 288 हेक्टेयर तय किया गया था। लेकिन जागरूक किसानों और विभागीय प्रयासों ने इसे सीधे 517 हेक्टेयर तक पहुंचा दिया। यानी लक्ष्य से लगभग दोगुना। इस उपलब्धि को देख खुद मंत्री ने कहा कि मीरजापुर के किसान अब मॉडल बन चुके हैं और सीखड़ ब्लॉक प्रेरणास्रोत।
खेत बने प्रयोगशाला, किसान बने नवप्रवर्तक
रामगढ़ कला गांव में पपीता, मूंगफली, पातगोभी, केला, लोबिया और रामदाना जैसी फसलों के साथ खेत एक बहुरंगी तस्वीर पेश कर रहे थे। किसान अब पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर वैज्ञानिक तरीकों और बाजार मांग के अनुसार फसलें ले रहे हैं। यही कारण है कि यहां संकर मक्का, स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न और पॉपकॉर्न मक्का की भी खेती जोरों पर है।
त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम ने बदली तस्वीर
कृषि विभाग द्वारा चलाए जा रहे “त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम” के तहत गांव-गांव में मेले और गोष्ठियों का आयोजन हुआ। किसानों को दूसरे जिलों में भ्रमण और प्रशिक्षण का मौका मिला। साथ ही, 42 क्विंटल संकर मक्का बीज वितरित कर प्रत्येक एकड़ पर 2400 रुपये की सब्सिडी भी सीधे उनके खातों में ट्रांसफर की गई।
मंत्री पहुंचे खेतों में, की किसान सोहन सिंह की सराहना
मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किसान सोहन सिंह के खेत में जाकर मक्का की खेती को देखा और गहरी संतुष्टि जताई। उन्होंने मौके पर मौजूद कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फील्ड में जाकर किसानों से लगातार संपर्क बनाए रखें और सभी योजनाओं की जानकारी सीधे खेत की मेड़ तक पहुँचाएं।
एफपीओ में नया अध्याय, मृदा प्रयोगशाला का उद्घाटन
इस अवसर पर मंत्री ने नव चेतना एफपीओ का निरीक्षण किया और वहां स्थापित मृदा प्रशिक्षण केंद्र एवं प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे किसानों के लिए ‘गेमचेंजर’ बताया। इस मौके पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
अधिकारियों की बड़ी मौजूदगी, खेतों में दिखा समन्वय का रंग
प्रोग्राम में संयुक्त कृषि निदेशक आशुतोष मिश्र, ब्यूरो के संयुक्त निदेशक अखिलेश कुमार सिंह, विंध्याचल मंडल के अशोक उपाध्याय, वाराणसी के शैलेन्द्र कुमार, उप कृषि निदेशक विकेश पटेल सहित एसडीएम राजेश वर्मा और बीडीओ राजीव शर्मा ने भाग लिया। सलाहकार सुधीर श्रीवास्तव, पंकज मिश्रा, विनयेंद्र और रोहित समेत कई अधिकारी इस परिवर्तन के गवाह बने।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा