
सिरसा, 8 अप्रैल (हि.स.)। सिरसा नगर परिषद की पहली बैठक खूब हंगामेदार रही। हंगामे के बीच चेयरमैन शांति स्वरूप ने पार्षद प्रतिनिधियों को बाहर भेज दिया।
मंगलवार काे कमेटी की बैठक में शहर के विकास को लेकर चिंतन किया जाना था लेकिन बैठक के साथ ही पार्षद प्रतिनिधियों और मीडियाकर्मियों को बैठक से बाहर जाने के लिए कहा गया। जिस पर हंगामा शुरू हो गया। पार्षदों और पार्षद प्रतिनिधियों के कड़े रूख के बाद चेयरमैन को नरम रूख करना पड़ा, जिसके बाद मीडिया कर्मियों को भीतर रहने की रजामंदी जाहिर की गई लेकिन पार्षद प्रतिनिधियों को बाहर भेज दिया गया।
बैठक पार्षदों ने स्ट्रीट लाइट के अलॉटमेंट पर रोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि जब हर पार्षद को 25-25 स्ट्रीट लाइट लगवाने की सहमति जाहिर की गई थी, तब उनके वार्डों में ठेकेदार ने अपनी मर्जी से स्ट्रीट लाइट लगा डाली। जिसके कारण कहीं दो-दो लाइटें लगी हैं और कहीं अंधेरा पसरा हुआ है। पूर्व पार्षदों द्वारा आज भी अपनी इच्छा अनुसार स्ट्रीट लाइटें लगवाई जा रही है और वे श्रेय ले रहे हैं।
बैठक में शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर भी खूब हंगामा हुआ। पार्षदों ने पूछा कि सफाई का किस एजेंसी को ठेका दिया हुआ है। ठेकेदार के आदमी कहां और कब सफाई करते हैं? कहां पर वे कचरा फैंकते हैं। सफाई ठेेकेदार फोन तक नहीं उठाता। न ही टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। आखिर लोग शिकायत करें भी तो किसे? बैठक में पार्षदों ने सीवरेज व्यवस्था के चौपट होने, पार्कों की बदहाली और स्टार्म वॉटर प्रोजेक्ट को लेकर सवाल पूछे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar