चमोली में स्थापित होगी एयरोस्पेस लैब, केंद्र सरकार से मिली स्वीकृति

-छात्रों को आधुनिक तकनीकी की जानकारी के साथ मिलेगा अंतरिक्ष का अनुभव और ज्ञान

गोपेश्वर, 27 जनवरी (हि.स.)। चमोली जिले में जल्द एयरोस्पेस प्रयोगशाला स्थापित होने जा रही है। लैब की स्थापना के लिए केंद्र से स्वीकृति भी मिल चुकी है। प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल व जिलाधिकारी संदीप तिवारी के समन्वय से प्रयोगशाला की स्थापना की कवायद शुरू पाई है।

सीमांत चमोली जिले में अंतरिक्ष शिक्षा विकास व छात्र-छात्राओं में अंतरिक्ष के रहस्यों के प्रति समझ विकसित करने में यह प्रयोगशाला अहम भूमिका निभाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि अंतरिक्ष प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यरत उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने बोइंग एयरोस्पेस के साथ समन्वय स्थापित करवाया। गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि पीएमओ के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल पहाड़ी जनपदों में विकास कार्याे के लिए आज भी उन्हें याद किया जाता है। आईएएस मंगेश घिल्डियाल जब टिहरी के जिलाधिकारी थे, उस समय वह उप जिलाधिकारी के पद पर तैनात थे।

उन्होंने कहा कि उनके सहयोग और मार्गदर्शन से ही आज सीमांत जनपद चमोली में अंतरिक्ष प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए बोइंग एयरोस्पेस के साथ समन्वय किया गया है। इसके लिए जिलाधिकारी ने उप सचिव का आभार भी व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने कहा कि अंतरिक्ष प्रयोगशाला खुलने से युवा शिक्षार्थियों को अंतरिक्ष के चमत्कारों और रहस्यों का पता लगाने का मार्ग प्रशस्त होगा और अंतरिक्ष विज्ञान से परिचित होने पर अंतरिक्ष अन्वेषण क्षेत्र में देश की प्रगति में तेजी आएगी।

   

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