अरुणाचल: 21 फरवरी से दो दिवसीय सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाएंगे सरकारी डॉक्टर्स

इटानगर, 18 फरवरी (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश डॉक्टर्स एसोसिएशन (एपीडीए) ने वर्तमान आयुक्त और सचिव स्वास्थ्य परिवार कल्याण सरकार के तत्काल स्थानांतरण की मांग की है। आरोप लगाया है कि राज्य में सरकारी डॉक्टरों के कल्याण से संबंधित आधिकारिक मामलों पर असहयोगात्मक रवैया अपनाया जा रहा है।

उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में राज्य भर अगले 21 और 22 फरवरी को विरोध के स्वरूप दो दिनों के सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाने का भी फैसला किया। आज यहां अरुणाचल प्रेस क्लब में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए एपीडीए के महासचिव डॉ. कबक तामर ने राज्य के सरकारी डॉक्टरों के कल्याण से संबंधित आधिकारिक मामलों में सहयोग न करने के लिए अरुणाचल प्रदेश सरकार के वर्तमान आयुक्त और सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के आचरण पर निराशा और गहरी पीड़ा व्यक्त की। विशेष रूप से उनकी विभिन्न लंबे समय से लंबित मांगों के संबंध में।

उन्होंने कहा कि हमारी महत्वपूर्ण मांग के तहत डायनेमिक एश्योरेंस करियर प्रोग्रेसन (डीएसीपी) लेवल -14 के प्रस्ताव को 15 जनवरी, 2025 को आयोजित कैबिनेट बैठक में पहली बार शामिल किया गया था, वित्तीय निहितार्थ राशि को आयुक्त स्वास्थ्य ने अपनी प्रस्तुति के दौरान प्रतिबिंबित/उत्तर नही दिया था। जबकि राशि का उल्लेख फाइल में पहले ही किया जा चुका है, जहां प्रति माह 58,75,221 रुपये और प्रति वर्ष 7,05,02,652 रुपये की गई थी, लेकिन हम यह समझने में असफल रहे कि राशि पर मंत्री के सवाल का जवाब क्यों नहीं दे सके।

उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश स्वास्थ्य सेवा (एपीएचएस) कैडर संशोधन नियम 2000 के लिए हमारी लंबे समय से लंबित डीएसीपी लेवल-14 का मुद्दा कई मौकों पर सचिव स्वास्थ्य को प्रस्तुत किया गया था। जहां सचिव स्वास्थ्य ने चिल्ला-चिल्लाकर उक्त नियम के संशोधन पर नकारात्मक टिप्पणी करने की धमकी दी, जिससे वे डॉक्टरों के हित में बुरा महसूस कर रहे हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि हमने अपनी मांगो के संबंध में मुख्यमंत्री से मिलकर राज्य में कई जगहों पर अपनी गंभीरता को उजागर करने की कोशिश की थी, लेकिन हम असफल रहे, क्योंकि हमारे वरिष्ठ अधिकारी जो डॉक्टरों और सरकार के बीच पुल हैं, वे सहयोग नहीं कर रहे हैं और हमारी समस्या को सरकार के सामने नहीं रख रहे हैं।

इसलिए हम अपने उच्च अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के रूप में 21 और 22 फरवरी को सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाने के लिए मजबूर हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी

   

सम्बंधित खबर