बीपीएससी 70 वीं पीटी परीक्षा को रद्द कराने सड़कों पर उतरे छात्र, खान सर ने कहा री-एग्जाम होकर रहेगा

पटना, 17 फरवरी (हि.स.)। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा बीते 13 दिसम्बर 2024 को संपन्न हुई 70 वीं प्रारम्भिक परीक्षा (पीटी) को दोबारा कराने की मांग को लेकर आज पटना की सड़कों पर छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया। आज के विरोध प्रदर्शन को मशहूर शिक्षक खान सर ने भी समर्थन दिया।

शिक्षक खान सर ने छात्रों के समर्थन में गर्दनीबाग धरनास्थल पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि सरकार ने हमारी बात अभी तक नहीं सुनी है तो आगे भी नहीं सुनेगी। निश्चित तौर पर री-एग्जाम होकर रहेगा। हाईकोर्ट में जो हमने सबूत रखा है, वो इतना मजबूत सबूत है कि हाईकोर्ट ही री-एग्जाम करने का निर्णय देगी। अभ्यर्थियों को बस इसलिए आज सड़क पर लाया गया है ताकि सरकार पर दबाव रहे कि जो बच्चों के पक्ष में सबूत है। उसे प्रस्तुत करें । सरकारी वकील बच्चों की बात उठाएं। भ्रष्ट हो चुके संस्था को बचाया ना जाए। संयुक्त सचिव का भी ट्रांसफर होना चाहिए। दस साल से एक ही जगह पड़े हैं।

70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली की गई है। उन्होंने दावा किया था कि उनके हाथ ऐसा सबूत लगा है कि पटना हाई कोर्ट को री-एग्जाम का फैसला लेना ही पड़ेगा। खान सर ने दावा किया था कि 13 दिसम्बर को हुई परीक्षा के लिए तीन सेट बनाए गए थे। एक सेट का इस्तेमाल करने के बाद बाकी सेट को ट्रेजरी में जमा करना था लेकिन नवादा और गया ट्रेजरी में प्रश्न पत्र जमा नहीं किए गए।

खान सर ने कहा कि हमारी मांग गलत नहीं है। हम सिर्फ री-एग्जाम चाहते हैं। परीक्षा में धांधली हुई है और सरकार के हित में दोबारा परीक्षा कराना जरूरी है। अगर सरकार 2025 के चुनाव में नाराजगी से बचना चाहती है, तो अधिकारियों के दबाव में बिना आए सही फैसला ले। री-एग्जाम नहीं होने पर सरकार को चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि बीपीएससी के

'रवि मनु भाई परमार को कुर्सी से उतार कर रहेंगे'।

इससे पहले भी खान सर ने दावा किया था कि बापू परीक्षा केंद्र की जो परीक्षा 4 जनवरी को दोबारा ली गई उसके लिए नए सेट तैयार नहीं किए गए थे बल्कि नवादा और गया ट्रैजरी में जो प्रश्न पत्र जमा नहीं कराए गए थे उसी पुराने पेपर को छात्रों को दे दिया गया था। उन्होंने कहा था कि उनके पास ऐसा सबूत है, जिससे हाई कोर्ट में छात्रों की जीत तय है और कोर्ट को री-एग्जाम का आदेश देना ही पड़ेगा।

उल्लेखनीय है कि बीते 13 दिसम्बर 2024 को 70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगे थे। पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर छात्रों ने धांधली का आरोप लगाते हुए परीक्षा को रद्द कर फिर से री एग्जाम की मांग की थी। मामले को लेकर खूब हंगामा हुआ लेकिन बीपीएससी ने दोबारा परीक्षा लेने से सीधे तौर पर इनकार कर दिया। जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट तक मामले को ले जाया गया। फिलहाल पटना हाई कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी

   

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